‘कुशल मंगल’ का शोर, लेकिन बूथ पर भाजपा का जोर

‘कुशल मंगल’ का शोर, लेकिन बूथ पर भाजपा का जोर। डुमरियागंज लोकसभा के रण में इस तरह सीधी टक्कर का माहौल बन रहा है। बगल की संतकबीर नगर सीट पर निषाद वोटों का ध्रुवीकरण पक्ष में करके भाजपा-सपा एक-दूसरे को कांटे की टक्कर देती दिख रही हैं। एक ओर भाजपा इन दोनों सीटों पर फिर से जीत दोहराना चाहती है, वहीं सपा यहां अपना झंडा फहराने के प्रयास में है।

धानी होकर डुमरियागंज लोकसभा क्षेत्र की सीमा में घुसते ही लक्षनपुर में बैरियर लगाकर सेक्टर मजिस्ट्रेट एक दारोगा संग गाड़ियों की जांच कर रहे हैं। दाएं हाथ पर चाय की दुकान पर ग्रामीणों की बैठकी लगी है। वहां रुकते ही दुकान के बाहर एक युवा बाइक पर बैठा मिलता है, तो हम पूछ लेते हैं- चुनाव का क्या हाल है? जवाब आता है- यहां तो ‘कुशल मंगल है’ लेकिन बीजेपी का बूथ मजबूत है। ऐसे में इस बार कड़ी लड़ाई है।

लक्षनपुर के कमलेश यादव इस तरह बूथ जीतने की भाजपा की रणनीति और मजबूत संगठन का हवाला देकर सांसद जगदंबिका पाल का पाला मजबूत बताने लगते हैं। इसी गांव के रामबेलास कहते हैं कि दूसरे को भी मौका मिलना चाहिए। केवटलिया के जोगिंदर भी बदलाव की पैरवी करते हुए भाजपा के जगदंबिका पाल और सपा के भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी के बीच सीधा मुकाबला बताते हैं।

इसी बीच एक कार आकर रुकती है। जिला कोटेदार संघ अध्यक्ष राजधर पांडेय से बात होती है। केंद्रीय विद्यालय, रेल लाइन का आमान परिवर्तन, सिद्धार्थनगर-खलीलाबाद नई रेल लाइन, पासपोर्ट कार्यालय सहित सड़कों का उल्लेख कर वह वर्तमान सांसद के कार्यकाल को सराहते हुए बोल पड़ते हैं कि यहां अंत में विकास ही जीतेगा। उसका कस्बे के अंतिम छोर पर पान की दुकान चला रहे तेतरी खुर्द के प्रदीप कुमार के पास रुकते हैं।

कमलेश की तरह वह भी चुनाव का हाल बताते हैं। राजभर बिरादरी का यह युवा ओम प्रकाश राजभर द्वारा भाजपा के समर्थन की बात बताने पर कह उठता है कि उनसे हमारा क्या संबंध, गांव के सब लोग जहां जाएंगे वहीं मेरे परिवार के नौ वोट भी जाएंगे। यहां से वापस धानी होते हुए हम संतकबीर नगर लोकसभा क्षेत्र की सीमा में प्रवेश करते हैं। बिसौवा में हर्ष चौरसिया की दुकान के आगे तख्त पर चुनावी चर्चा चल रही है।

बिसौवा के दमका और आसपास के दूसरे टोलों के कुछ लोग जितेंद्र निषाद और शिवदरश निषाद का मन टटोलने की कोशिश कर रहे हैं। दमका के राजमन चौरसिया कहते हैं कि तोहरे चानी बा। जीती त तोहरे बिरादर…अबीर लगाके माला पहिना दिहा। बिसौवा के हर्ष कुरेदते हैं अब बता भी दा, भाजपा के प्रवीण निषाद या सपा के लक्ष्मीकांत उर्फ पप्पू निषाद।

इसी बीच स्कूल बस से आ रहे बच्चों को लेने के लिए बसपा के जिला पंचायत सदस्य राधेश्याम यादव आ जाते हैं। चुनावी चर्चा का रस लेते हुए वह भी स्वीकारते हैं कि यहां तो जीतेगा निषाद ही। निषाद वोटों की संख्या का उल्लेख कर वह कहते हैं कि देखना रोचक होगा कि निषादों का ध्रुवीकरण बिरादरी के किस प्रत्याशी के पक्ष में होगा।

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