नई दिल्ली। देवी दुर्गा के नौ रूप होते हैं। दुर्गाजी पहले स्वरूप में शैलपुत्री के नाम से जानी जाती हैं। ये नवदुर्गा में प्रथम दुर्गा हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में जन्म लेने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा। नवरात्र पूजा के पहले दिन इनकी पूजा की जाती है। माना जाता है कि पूरे विधि-विधान के साथ मां की पूजा-उपासना से सारी मनोकामानएं पूरी होती हैं।
मां शैलपुत्री की पूजा में गाय के घी और दूध से बनी चीज़ों का भोग लगाया जाता है, तो इस दिन आप दूध से बनी बर्फी, खीर या फिर हलवे का भी भोग लगा सकते हैं। कद्दू का हलवा आप उन्हें भोग में चढ़ा सकते हैं, जान लें इसकी रेसिपी और साथ ही कुछ फायदे भी।
कद्दू हलवे की रेसिपी
सामग्री- कद्दूकस किया हुआ पका पीला कद्दू- 2 कप, दूध- 2 कप, खोया- 200 ग्राम, चीनी- 1/2 कप, मेवा (बादाम, काजू, किशमिश)- 1/2 कप, इलायची पाउडर- 1/2 टीस्पून, केसर- 1 चुटकी, देसी घी- 1 टेबलस्पून, सूखा नारियल (कद्दूकस किया हुआ)- 1/2 कप
विधि
- सबसे पहले कद्दू को छीलकर धो लें और कद्दूकस करके उसमें पानी डालकर उबाल लें।
- ठंडा होने पर हाथों से निचोड़कर सारा पानी निकाल दें। कड़ाही में घी डालकर उसमें कद्दू और
दूध डालकर धीमी आंच पर पकाएं। - इसके बाद जब दूध सूख जाए, तब इसमें खोया और केसर डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- जब दूध और खोया हलवे में अच्छी तरह से सूख कर मिल जाए, तब इसमें चीनी, इलायची
पाउडर और मेवे डालकर 15 मिनट तक चलाएं। - गरमा-गर्म हलवे को सूखे कद्दूकस की हुए नारियल से गार्निश कर मां को भोग लगाएं।
- इसे आप उपवास में भी खा सकते हैं।
कद्दू के फायदे
कद्दू में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेंटरी और एंटी-डायबिटीक जैसे कई गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा कद्दू में विटामिन ए, सी, K भी पाया जाता है। इसके अलावा ये फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और जिंक का भी अच्छा स्त्रोत होता है।
व्रत में बार-बार भूख न लगे, इसके लिए ऐसी चीज़ों का सेवन करें, जिनसे पेट भरा रहता है, तो कद्दू से बनी चीज़ें खाना फायदेमंद रहेगा। क्योंकि इसमें फाइबर काफी मात्रा में होता है, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती, साथ ही पाचन भी दुरुस्त रहता है।
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी एक बड़ी समस्या बन सकती है, तो इससे बचने के लिए भी कद्दू का अलग-अलग तरीकों से सेवन करें। कद्दू में लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है।
कद्दू में विटामिन सी की भी भरपूर मात्रा होती है, जो इम्युनिटी बूस्ट करने में मददगार है।