अध्यात्म के प्रति सेवा-प्रेम देख यहां के लोगों में दिखता है मिट्टी की सुगंध असर : राज्यपाल

हमीरपुर : मुस्करा विकासखंड के निवादा गांव में चल रही श्रीराम कथा महायज्ञ में अपनी धर्म पत्नी जानकी देवी के साथ पहुंचे हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने निवादा पहुंचकर सबसे पहले बाबा विश्वनाथ धाम पर बनी गोशाला का भ्रमण कर गायों को गुड़ व चना खिलाया। इसके बाद शिव जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों में आध्यात्म के प्रति सेवा-प्रेम देखकर लगता है कि यह यहां की मिट्टी की खुशबू का असर है।

सोमवार की दोपहर 2:20 बजे राज्यपाल रामकथा स्थल पहुंचे। इस दौरान कथा मंच पर दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक डा. आशीष सिंह गौतम, कार्यक्रम प्रभारी शिव शंकर सिंह, अपर महाधिवक्ता एमसी चतुर्वेदी ने उनका स्वागत किया। राज्यपाल ने मंच पर संत विजय कौशल महाराज को माला पहनाकर व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। वहीं दुष्यंत सिंह परिहार ने चांदी की मछली व कार्यक्रम प्रभारी व किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिव शंकर सिंह ने रामलला मंदिर की छाया कृति देकर अभिवादन किया। वहीं राज्यपाल करीब एक घंटे तक उपस्थित रहे। वहीं उनके आगमन पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को गार्ड आफ आनर दिया गया। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि पूज्य विजय कौशल महाराज की कथा में आने का सौभाग्य मिला।

उन्होंने कहा कि नगरों में श्रोताओं की भीड़ रहती थी परंतु आज एक छोटे से गांव का अध्यात्म के प्रति सेवा-प्रेम देख कर लगता है कि इस मिट्टी की सुगंध का ही असर है कि अध्यात्म का संपूर्ण विश्व में प्रसार डा. आशीष सिंह गौतम और दिव्य प्रेम सेवा मिशन बखूबी कर रहा है। कहा कि इस कथा को सुनकर इसके सार को जीवन में उतारिए। पूज्य विजय कौशल महाराज की कथा अमृत स्वरूप है। इस सुनिए, धुनिए और जीवन का आनंद लीजिए। जिस प्रकार इस कथा में युवा बड़ी संख्या में कथा का श्रवण कर रहे हैं अगर उसी तरह युवा राम के आदर्शों का श्रवण कर लेगा तो देश का भविष्य और भी सुगम हो जाएगा।

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