केले के उत्पादों के उद्योग का कुशीनगर में है असीम संभावनाएं:- डीएम

कुशीनगर- तहसील तमकुहीराज क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम हरिहरपुर में उद्योगी रवि प्रसाद व श्री मैथिली एंटरप्राइजेज (बनाना फाइबर एंड वैल्यू एडेड प्रोडक्ट्स) का जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। केला कृषकों के साथ साथ उद्योगी रवि प्रसाद के द्वारा स्थापित किए गए केले के तने से बनाए जाने वाले रेशे से विभिन्न उत्पादों यथा खिलौने, चटाई, टोपी, फुटवियर, कैप, बोरे आदि के बारे में अवलोकन किया। उनसे संवाद कर उनके द्वारा स्थापित किए लघु उद्योग हेतु प्रशिक्षण के बारे में पूछताछ की, जिसपर उद्योगी श्री रवि द्वारा बताया गया की केले के रेशे बनाने वाले प्रोडक्ट्स का प्रशिक्षण दक्षिण भारत में कोयंबटूर से प्राप्त किया।  केले के तने रेशे निकालने की विधि का अध्ययन किया गया। इस उद्योग के माध्यम से लगभग आसपास 400 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिला है। केले के रेशे से विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स यहां की महिलाओ द्वारा बनाया जाता है। जिसे मेलों तथा अन्य बाजारों में विक्रय किया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उसकी काफी मांग है। अपने उद्योग के संवर्धन एवं विस्तार हेतु पूंजी के संदर्भ में मांग करने पर जिलाधिकारी ने उपायुक्त उद्योग को ODOP योजना तथा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सब्सिडी व लोन दिलाने में सहायता प्रदान करने हेतु निर्देशित किया। तत्पश्चात श्री मैथिली एंटरप्राइजेज तमकुही में बनाने वाले केले के विभिन्न प्रोडक्ट्स आटा , चिप्स, जूस , सेवई,  आचार आदि का स्थलीय अवलोकन कर बनाने वाली प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। मार्केटिंग बिजनेस प्लान के बारे में जानकारी लेते हुए उन्हे गल्फ कंट्रीज और अंतराष्ट्रीय मार्केट मार्केटिंग के गुड़ भी सिखाए। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा की जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए विभिन्न कार्यशाला व प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। नीति आयोग और पर्यावरण मंत्रालय में वार्ता भी किया जायेगा।

उन्होंने उपायुक्त उद्योग को निर्देशित करते हुए कहा की केले के वृहद उत्पादन और उद्योग के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से हर संभव इन उद्योगी किसानों की सहायता करें। इनके लिए जनपद में वृहत कार्यशाला का आयोजन कर प्रशिक्षण कराए। इन्वेस्टर्स से मिलाएं जिससे की केले के विभिन्न प्रोडक्ट्स का अंतराष्ट्रीय मार्केट में भी विक्रय किया जा सकें। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा की हल्दी और केले के प्रोडक्ट्स को बनाने वाले व्यक्तियों , महिलाओं का प्रशिक्षण कराए, कौशल विकास विभागों के विभिन्न क्रियाकलापों के अंतर्गत प्रशिक्षित करें। जिस किसी उद्योगी को लोन की आवश्यकता है ODOP के अंतर्गत उसे यथासंभव सहायता करें। वर्किंग कैपिटल की कमी नहीं होनी चाहिए। कुशीनगर को हल्दी और केले के विभिन्न उत्पादों का हब बनाना है, जिससे की बाहर के उद्योगियों और बिजनेसमैन के लिए यहां का मार्केट सुविधा कृत हो, प्रतिस्पर्धा रहें ।केले के विभिन्न उत्पादों में लागत के सापेक्ष बाजार दरों के अनुकूल लगभग 2 गुना तक लाभ हो जाता है।मार्केटिंग बिजनेस प्लान के बारे में बताते हुए डीएम ने कहा कि अंतराष्ट्रीय मार्केट में केले के प्रोडक्ट की बहुत डिमांड है। उन्होंने जनपद में केले के तने से यहां रेशे बनाए जाने की विधि को स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को भी प्रशिक्षण में जोड़ने हेतु निर्देशित किया।  

 जिलाधिकारी ने केले के उप-उत्पादों यथा अचार, आटा, कपड़े , सैनिटरी पैड्स, गहने, चिप्स आदि के बारे कार्यशाला आयोजित कर कृषकों को प्रशिक्षित करने एवं हल्दी प्रोसेसिंग यूनिट की भांति सी.एफ.सी. की प्रपोजल बनाकर प्रस्ताव शासन को भेजने व साथ ही प्रगतिशील कृषकों को समय-समय पर समानित करने के निर्देश भी  दिए।जिलाधिकारी द्वारा केले की अच्छी पैदावार करने वालों कृषकों की प्रशंसा करते हुए कहा की कुशीनगर जनपद में केले से बने उप उत्पादों को बढ़ावा देना है। वैश्विक पटल पर केले के उत्पादों को मार्केटिंग बिजनेस प्लान के तहत पूरा प्लान डेवलप कर कार्य करें। बिजनेस प्लान की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नवीन कृषि तकनीकियों का उपयोग कर केले तथा अन्य कृषि उत्पादों को उद्योग के रूप में विकसित करने के साथ साथ ODOP के अंतर्गत कुशीनगर में उत्पादन किए जाने वाले विभिन्न फसलों का , केले के विशिष्ट उत्पादों आटा , रेशे, आचार, कपड़े आदि हल्दी के उत्पादन तथा औषधीय फसलों के साथ-साथ हल्दी, ड्रैगन फ्रूट आदि को बढ़ावा देना है जिससे कि बाहर भी उनका निर्यात किया जा सके जिससे की यहां के किसान अधिक से अधिक लाभान्वित हो सके, उनकी आय में वृद्धि हो सके तथा बाहर भी अपने उत्पादों का विक्रय कर सके। 

इस अवसर पर दौरान मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, उपायुक्त उद्योग अभय कुमार सुमन, उपजिलाधिकारी तमकुही राज विकास चंद्र, तहसीलदार तमकुहीराज तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी कर्मचारी एवं ग्राम सभा के सम्मानित कृषक उपस्थित थे।

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