इन्हौना अमेठी। क्षेत्र में रविवार देर रात तक गांव और कस्बों में नवरात्रि पर जगह-जगह स्थापित की गई दुर्गा प्रतिमाओं का धूमधाम से विसर्जन किया गया। भक्तों ने बैंडबाजों के साथ विसर्जन यात्रा निकाली, जिसमें भक्त माता के जयकारे लगाते हुए नाचते गाते चल रहे थे।
सराय गोपी आदर्श पुलिस चौकी के सामने हनुमानजी मंदिर परिसर में स्थापित नवरात्र में श्री दुर्गा महोत्सव का समापन मां दुर्गा जी मूर्ति व कलशों की विसर्जन यात्रा के साथ हो गया। पूजा पंडाल से निकाली गई मां दुर्गा की मूर्ति व कलशों की विसर्जन यात्रा के लिए चकडोमा ,भाऊदास पुरवा, सराय गोपी,बलीपुर, चिरैया, परवानी पुरवा आदि गांवों की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। विसर्जन यात्रा पुलिस चौकी सराय गोपी से काली मंदिर बलीपुर होते हुए शुक्ल बाजार अमेठी के रास्ते रीछघाट गोमती नदी तट तक निकाली गई। इसी तरह इन्हौना थाना क्षेत्र के तमाम अन्य जगहों पर स्थापित पूजा पंडाल से गांव में मां दुर्गा की प्रतिमा की पूरे नगर में शोभायात्रा निकाली गई। इसके बाद प्रतिमा का विसर्जन रीछ घाट पर देर रात तक होती रही। विसर्जन यात्रा में जगह-जगह भक्त माता की मूर्ति को गोद में लिए हुए जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इन्हौना से विसर्जन यात्रा रत्नेश्वर मंदिर से इन्हौना थाना होते हुए रेलवे स्टेशन अकबरगंज के रास्ते शुक्ल बाजार थाना क्षेत्र के गोमती नदी तट पर स्थित रीछघाट पर पहुंची। जहां विधि विधान से पूजन के बाद मूर्ति का विसर्जन किया।
इस दौरान हनुमान मंदिर चकडोमा दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष प्रधान संतोष कुमार सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष राम पाल यादव, दिनेश सिंह, राम सहाय सिंह, संदीप कुमार यादव, सूरज गुप्ता राम चंद्र यादव, अमित सिंह, महादेव यादव , जामवंत , बिनोद कुमार कोटेदार भोला प्रसाद, भंडारी कन्हैया बक्श सिंह अखिलेश सिंह चौहान तथा मीडिया प्रभारी राम धीरज यादव सहित सैंकड़ों लोगों ने मां दुर्गा की अंतिम विदाई में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। दुर्गा पूजा समितियों के अध्यक्ष द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मियां गंज में सोनू पासी, ओमकार , श्रवण कुमार पाल तथा पूरे जोरई में राकेश कुमार यादव,नानहा सतीश यादव प्रधान, पूरे दूलहिन में पिंटू सिंह, मलखान सिंह, कृष्ण मुरारी तिवारी, इन्हौना आर्य नगर में भुल्लू सेठ , चिलौली ,पूरे गोसाईं पुरवा, वीरभान पुरवा, अजीटन पुरवा, जलालपुर, मंगौवा राजापुर जियापुर फरीदगढ, आजादपुर, जमलापुर की मूर्ति विसर्जन यात्रा निकाली गई और रीछ घाट गोमती नदी तट पर विसर्जन किया गया।