कन्नौज। कन्नौज लोकसभा क्षेत्र, जिसे समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है, उस कन्नौज की धरती से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा पर परिवारवाद का आरोप लगाकर न केवल घेरा, बल्कि संविधान शिल्पी डा. भीमराव आंबेडकर के नाम से राजकीय मेडिकल कालेज का नामकरण करने का आश्वासन देते हुए अनुसूचित जाति के लोगों को रिझाया। साथ ही यहां के गौरवशाली इतिहास की चर्चा कर इत्रनगरी के लोगों के दिलों को छू लिया। अयोध्या में भव्य राममंदिर में विराजे श्रीरामलला के दर्शन का आमंत्रण दिया तो लोग तालियां बजाने को मजबूर हो गए।
शनिवार को कन्नौज शहर के केके इंटर कालेज के बोर्डिंग ग्राउंड में आयोजित कन्नौजी माटी वंश समागम और मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित करने आए मुख्यमंत्री ने कन्नौज के लोगों को उनकी ऐतिहासिक धरोहर से जोड़ते हुए संबोधन की शुरुआत महाराजा हर्षवर्धन का गौरवशाली इतिहास बता कर दी।
उन्होंने कहा कि राजा हर्षवर्धन अपनी दानवीरता के रूप में जाने जाते हैं। जब प्रयागराज में कुंभ की बात करते हैं तो महाराजा हर्षवर्धन के बिना अधूरा माना जाता है। मां गंगा की कृपा ही है कि हर्षवर्धन को राजा के रूप स्थापित करने का सौभाग्य कन्नौज की धरती ने दिया। कन्नौज की धरती से ही देश में शासन व्यवस्था की नींव रखी गई थी।
अयोध्या में राम मंदिर की चर्चा की
अयोध्या में राममंदिर की चर्चा करते हुए कहा कि अभी चुनाव की अधिसूचना जारी होने में करीब एक माह का वक्त है। तब तक वह अपने सांसद और विधायक से मिलें और उनके साथ अयोध्या में दर्शन करने आएं। उन्होंने जनता से सवाल किया कि कौन-कौन अयोध्या जाना चाहता है। जनता के हाथ उठते हैं तो बोले कि सभी लोग अयोध्या के दर्शन करने आना चाहते हैं।
समाजकल्याण मंत्री असीम अरुण की मांग पर राजकीय मेडिकल कालेज का नाम बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर करने का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने सांसद सुब्रत पाठक के पिता स्व. ओम प्रकाश पाठक के समाजसेवा काल की भी चर्चा की तो मंच से पूर्व विधायक बनवारी लाल दोहरे का भी कई बार नाम लिया। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना समेत कई योजनाओं की लाभार्थी महिलाओं को सम्मानित करते हुए प्रतीकात्मक चाबी सौंपी।
कनाडा और आबूधाबी में परमाणु विज्ञानी सतीश कनौजिया ने भी मुख्यमंत्री को उपहार दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र राजपूत, अरुण पाल, जयप्रकाश, इंद्रपाल पटेल, रिया शाक्य, प्रवीण टंडन, अमित दुबे आशू, अनिल गुप्ता, गोपाल चतुर्वेदी, शरद कटियार, चितवन पाठक, समीर पाठक, प्रत्यूष पाठक, रामू कठेरिया मौजूद रहे।