मलिहाबाद इलाके में अन्नदाताओं की पचास बीघा गेंहू की फसल जलकर राख

खेतों से निकली बिजली की लाइन से छूटी चिंगारी की वजह से स्वाहा हुई फसल, सदमे में किसान

मलिहाबाद,लखनऊ। मलिहाबाद व रहीमाबाद थाना क्षेत्र में गुरुवार को तेज हवाओं के कारण खेतों से निकली बिजली की लाइनों से छूटी चिंगारी अन्नदाताओं की फसल में जा गिरी जिसके चलते किसानो की 50 बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। मौके पर अगर फायर ब्रिगेड की गाड़ी ना पहुंचती तो सैकड़ो बीघे में खड़ी गेहूं की फसल भी इसी आग की चपेट में आकर राख हो जाती। फसल जलने के कारण अन्नदाता सदमे में आ गए हैं। हालांकि लेखपालों ने मौके का मुआयना करते हुए किसानों के हुए नुकसान का सरकार द्वारा मुआवजा दिलाने का अश्वासन दिया है।

गुरुवार दोपहर करीब एक बजे रहीमाबाद थाना क्षेत्र के जमोलिया मजरा हासा खेड़ा गांव के निकट खड़ी फसल में खेतों से निकली बिजली की लाइन से शार्ट सर्किट होने के कारण आग लग गई। आग की लपटे देख खेतों में मौजूद किसान सन्न रह गए। चीख पुकार की आवाज सुनकर भारी तादाद में गांव से किसानों ने अपने हाथों में बाल्टियों में पानी भरकर दौड़े लेकिन हवा इतनी तेज थी की आग ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया था। देखते ही देखते आसपास के दर्जनों किसानों के खेतों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया था। घटना की सूचना ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस सहित फायर ब्रिगेड को दी। मौके पर स्थानीय पुलिस तो समय से पहुंच गई लेकिन उधर मलिहाबाद के हमिरापुर में भी दर्जनों किसानों के खेतों में बिजली के तारों से शार्ट सर्किट की वजह से आग लग गई थी जहां फायर ब्रिगेड की गाड़ी उसे बुझाने में जुटी थी। हमिरापुर में आग पर काबू पाने के बाद फायर ब्रिगेड की दो गाड़ी हासाखेड़ा गांव पहुंची। जब तक दमकल की गाड़ी पहुंची तब तक करीब 20 बीघा फसल जलकर राख हो चुकी थी। बहरहाल फायर ब्रिगेड की गाड़ी अगर थोड़ी देर और ना पहुंचती तो आग का वह विकराल रूप था की हासाखेड़ा गांव के किसानों की फसलें जलाने के बाद वह जमुलिया गांव को भी अपनी चपेट में ले लेती लेकिन उससे पहले ही फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया। बिजली के तारों से छूटी चिंगारी की वजह से मलिहाबाद और रहीमाबाद थाना क्षेत्र में दर्जनों किसानों की करीब पचास बीघा गेंहू की फसल जलकर राख हो गई है जिसके कारण अन्नदाता सदमे में आ गए हैं। आग लगने की सूचना पर दोनों जगह क्षेत्रीय लेखपालों ने पहुंचकर निरीक्षण करते हुए किसानों को सरकार द्वारा उनके नुकसान का मुआवजा दिलाने का अश्वासन दिया है।

फसल जलने से बेहोश होकर गिरे किसान

जिस समय किसानों के खेतों में आग लगी उन्होंने बाल्टी से पानी डालकर उसे बुझाने का काफी प्रयास किया लेकिन आग की लपटे इतनी अत्यधिक थी कि वह उसे बुझाने में कामयाब ना हो सके। जिस फसल को किसानों ने कड़ी मेहनत कर तैयार कर लिया था उसे जलता हुआ देख वह सदमे में आ गए और कई किसान यह बर्दाश्त ना कर पाए जिसके कारण वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गए। ग्रामीणों ने उन्हें उठाकर निजी अस्पतालों में भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।

बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप

किसानों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बेहद ज्यादा नाराजगी व्यक्त की है। किसानों ने बताया कि बिजली विभाग ने हमारे के खेतो से बिजली की लाइन निकाल रखी हैं जो जर्जर हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि 11 हजार की लाइन इतनी करीब है कि उसे हाथ से भी पकड़ लिया जा सकता है। अगर बिजली विभाग तेज हवाओं को देखते हुए सप्लाई बंद रखते य जर्जर लाइनों को पहले ही बदलवा देते तो आज इतना बड़ा नुकसान किसानों का ना होता।

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