आजमगढ़। सूर्य की तपिश दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चार दिनों से लगातार पार 40 से पार रहा। इससे लोगों की परेशान बढ़ती जा रही है। शनिवार को अधिकतम तापमान 43 डिग्री से अधिक होने से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया था। वहीं, 11 किमी प्रतिघंटा की गर्म हवाएं चलती रहीं। सूर्य की तीखी किरणों से सड़कें आग उगलने लगी है। घर से बाहर निकलने वाले लोग तपिश से बचने तरह-तरह के जतन कर रहे हैं।
सुबह सात बजे से ही भगवान भास्कर के तेवर तल्ख हो गए। इससे लोगों को घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। दिन चढ़ते ही सूर्य की किरणें घरों से बाहर निकलने से रोक ले रही थी। लोग उमस और गर्मी से बचने की कोशिश में लगे हुए हैं। उमस व गर्मी से लोग पसीने से तरबतर हो जा रहे हैं। लोगों के लिए घरों में भी बैठ पाना मुश्किल हो गया है।
उधर, बिजली की कटौती और ट्रीपिंग की समस्या ने लोगों की नींद हराम कर रखी है। गर्मी का असर पशु पक्षियों पर भी देखा गया। पानी के लिए बेसहारा पशु भटकते रहे। पेड़ के नीचे ही लोगों को थोड़ा आराम मिल रहा था।
पोल्ट्री व्यवसाय पर आफत
गर्मी बढ़ते ही पोल्ट्री व्यवसाय की लागत भी बढ़ गई है। रोज एक पोल्ट्री फार्म में 15 से 20 मुर्गियां गर्मी से मर रही हैं। फार्म में ठंडक के लिए छप्पर के ऊपर खस लगाकर दिन में चार-पांच बार पानी डाला जा रहा है। कुछ बड़े पोल्ट्री व्यवसायियों ने छत में खस लगाने के बाद स्प्रिंकलर भी लगा रखा है।
बालरोग विशेषज्ञ डा. बजरंग सिंह के अनुसार, गर्मी बढ़ने के साथ ही बच्चों का विशेष ख्याल रखें। बच्चों को धूप में न छोड़ें। धूप से आने के बाद तत्काल पानी न पिएं। घर से बाहर निकलते समय पानी व चेहरा बचाने के लिए कपड़े लेकर चलें। दिनभर में 15 से 18 गिलास पानी पिएं। फील्ड पर निकलने वाले लोग पूरी सुरक्षा के साथ घर से बाहर निकलें।