उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक गरीब परिवार आवास योजना के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटता रहा बेबस पिता को आस थी कि उसका पक्का मकान होगा और उसमें उसकी औलाद को आसरा मिलेगा सरकारी अफसर गरीब लाचार पिता को टरकाते रहे परिवार को आवास योजना का लाभी मिल गया है, लेकिन इसके लिए उसे अपने जिगर के दो टुकड़ों को गंवाने की कीमत चुकानी पड़ी एक बेटा और एक बेटी की मौत और पूरे परिवार की नाजुक हालत होने के बाद उन्हें ये लाभ मिला
सरकारी योजनाओं पर अकसर सवाल उठते रहे हैं भ्रष्टाचार, रिश्वत या अपात्रों को योजना का लाभ जैसे मामले सामने आते रहे हैं, जिसके चलते पात्र लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता कन्नौज में जो हुआ वो बहुत ही दर्दनाक है यहां कच्चे व जर्जर हो चुके मकान में रहने वाला एक गरीब परिवार आवास योजना के लिए भटकता रहा बारिश में उसके मकान की छत गिर गई दो बच्चों की जान चली गई वहीं परिवार के बाकी बचे सदस्य घायल हो गए फजीहत से बचने के लिए जिले के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को आवास योजना का लाभ दिया है
रविवार को गिरी कच्चे मकान की छत
जिले के इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव में बारिश के कारण धर्मपाल का कच्चा मकान की छत रविवार की सुबह भरभराकर गिर गई छत के मलबे में पूरा परिवार दब गया गांववालों ने कड़ी मशक्कत के बाद परिवार को मलबे से बाहर निकला मलबे में धर्मपाल उसकी पत्नी, दो बेटे और दो बेटी दब गए थे बामुश्किल उन्हें बाहर निकाला गया हादसे में धर्मपाल की 12 वर्षीय बेटी सरिता और 8 साल का बेटा विवेक की मौत हो गई हादसे में धर्मपाल उसकी पत्नी और दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए
आवास योजना पाने के लिए भटकता रहा परिवार
घटना की जानकारी पर पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे आनन-फानन में घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया घटना की खबर मिलने पर सहानुभूति जताने के लिए पक्ष और विपक्ष के नेताओं की भी लाइन लग गई वह भी अपना दुख जताने गांव में पहुंचे पीड़ित परिवार को आर्थिक लाभ दिया प्रशासन के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा और आवास योजना का लाभ दिया हैरत की बात ये है कि यही परिवार हादसे से पहले पक्के मकान के लिए आवास योजना का लाभ पाने के लिए इन्हीं अफसरों के ऑफिस में चक्कर काट-काटकर परेशान हो गया था
हादसे के बाद जागे अफसर, दिया PM आवास योजना का लाभ
पीड़ित के मुताबिक, संबंधित विभाग के अधिकारियों ने जांच में इस परिवार की अपात्र घोषित कर दिया हादसे के बाद यही परिवार पात्र बन गया लोगों का कहना है कि पीड़ित परिवार ने कई बार ग्राम प्रधान और सचिव से भी पक्के मकान की गुहार लगाई थी वहीं इतनी बड़ी घटना होने के बाद जिले के कलेक्टर ने घटनास्थल पर जीन और पीड़ित परिवार से मिलने की जहमत भी नहीं उठाई जिला अधिकारी शुभ्रांत शुक्ला ने कहा कि बारिश हो रही है, जिसके चलते चेतावनी जारी की गई थी कच्चे मकान में रह रहे लोगो ने लापरवाही की जिसके चलते यह हादसा हुआ उन्होंने बताया कि उनके द्वारा अपने अधिकारियों को मौके पर भेजा था