राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए लाखों बेरोजगारों से किया खिलवाड़
चंडीगढ़। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर 20 लाख से अधिक नौजवानों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सुरजेवाला ने सोमवार को यहां एक बयान जारी कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नौजवान अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रुप डी भर्ती में कुल पद 13,657 हैं, जिसके लिए 13 लाख 50 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया हैं। इसके लिए सीईटी की मैरिट के आधार पर चयन किया गया, जिसमें सोश्यो-इकोनॉमिक आधार के पांच अंक भी जोड़े गए। करीब 11,000 युवाओं ने नौकरी ज्वाइन कर ली और 2,657 युवाओं ने अभी ज्वाइनिंग रिपोर्ट नहीं दी है। अब इन सब युवाओं की नौकरियों पर बर्ख़ास्तगी की तलवार लटक गई है।
ग्रुप सी के सबग्रुप नंबर 1 व 2 में टेक्निकल पोस्ट जेई, ड्राफ्ट्समैन आदि शामिल हैं। लगभग 10 हजार से अधिक युवाओं ने दो हजार पदों के लिए पेपर दिया था। इसमें सीईटी प्रिलिमिनरी क्वालिफ़ाइंग एग्जाम था, जिसका रिज़ल्ट सोश्यो-इकोनॉमिक के पांच नंबरों के आधार पर बनाया गया। क्वालिफाइड बच्चों का फिर एक और एग्जाम लिया। इन बच्चों की नौकरियों पर भी अब बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है। इसी प्रकार ग्रुप सी के सब ग्रुप 56 व 57 में कुल 12 हजार पद थे। ग्रुप नंबर 56 में योग्यता ग्रेजुएशन व ग्रुप नंबर 57 में योग्यता 12वीं पास थी। इन ग्रुप्स का एग्जाम सोशो-इकोनॉमिक के 5 नंबर जोडक़र निकाला गया है। अब यह परीक्षा रद्द की जाएगी और लाखों युवाओं का भविष्य एक बार फिर अधर में लटक जाएगा। इसी प्रकार टीजीटी अध्यापकों के 7441 पदों का मामला कोर्ट में लंबित है। जिसका परिणाम दो तरह के अंकों के आधार पर निकाला गया है। सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ग्रुप डी में 13 लाख 50 हजार तथा ग्रुप सी में 11 लाख अभ्यर्थियों का भविष्य बर्बाद करने के लिए हरियाणा सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है।