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लखनऊ। पांचवीं स्ट्रैटेजी एमर्जिंग टेक क्लस्टर्स को लेकर है। इसमें अलग-अलग जिलों को अलग-अलग टेक्नोलॉजी के स्कोप के साथ विकसित किया जाएगा। इसके तहत लखनऊ को एआई सिटी, कानपुर को ड्रोन्स एंड रोबोटिक्स, प्रयागराज/वाराणसी को इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलपमेंट हॉटस्पॉट्स, जबकि गौतमबुद्धनगर को एमर्जिंग टेक और डाटा सेंटर हब के रूप में विकसित किया जाना है। पर्यटन को लेकर भी योगी सरकार आश्वस्त है। अट्रैक्टिव टूरिस्ट्स डेस्टिनेशंस को छठी स्ट्रैटेजी के रूप में चिह्नित किया गया है। इसके अंतर्गत स्पेशल टूरिज्म इनवेस्टमेंट रीजंस को पहचानकर उनका विकास किया जाएगा। साथ ही अन्य टूरिस्ट्स डेस्टिनेशन व स्पिरिचुअल टूरिज्म पर भी फोकस किया जाएगा। इसके अतिरिक्त टूरिस्ट्स असेट्स और रूट्स के डिजिटाइजेशन पर भी फोकस रहेगा।
रैपिड अर्बनाइजेशन के साथ सोलर पार्क्स की अवधारणा
सातवीं स्ट्रैटेजी के तहत शहरीकरण की प्रक्रिया को तेजी से शुरू किया जाएगा। शहरों का सुंदरीकरण और विकास ऐसा होगा, जिसकी कल्पना की जाती रही हो। इसके अलावा 100 टाउनशिप बनाई जाएंगी तो पानी, कचरा और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के इंफ्रास्ट्रक्चर में वृद्धि की जाएगी। म्यूनिसिपल परफॉर्मेंस अवॉर्ड्स और मोबिलिटी प्लानिंग को भी प्रमुखता से शुरू किया जाएगा। क्लीन और क्वालिटी पावर को भी स्ट्रैटेजी का पार्ट बनाया गया है। इसके तहत डिस्ट्रिब्यूशन इंफ्रास्ट्रक्चर को मॉडर्न किए जाने के साथ ही 4 गीगावाट ग्रीन एनर्जी ट्रांसमिशन कॉरिडोर और इंडस्ट्रीज के लिए सोलर पार्क्स की अवधारणा रखी गई है। शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधार को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी के लिहाज से महत्वपूर्ण मानते हुए यूपी को भारत का शैक्षिक हब बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अंतर्गत यूपी में 5 एजुकेशन टाउनशिप के विकास के साथ मिशन मोड में स्किल हब की स्थापना का भी प्रस्ताव है। इसके अलावा 5000 से अधिक मॉडल स्कूल बनाए जाने की भी बात कही गई है।