नई दिल्ली। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने 14,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है और वित्त वर्ष 2024 में 11 गीगावॉट की परिचालन क्षमता हासिल करने का लक्ष्य रखा है। एजीईएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित सिंह ने निवेशक प्रस्तुति में कहा कि कंपनी के पास सौर, पवन तथा हाइब्रिड क्षमता में 8.4 गीगावॉट का परिचालन नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) खंड है।
11 गीगावॉट तक बढ़ाना
सिंह ने कहा, ‘‘ वित्त वर्ष 2023-24 में 2.8-3 गीगावॉट क्षमता देने की योजना के साथ कंपनी का परिचालन खंड बढ़कर 11 गीगावॉट हो जाएगा। ”क्षमता वृद्धि का एक बड़ा हिस्सा गुजरात के खावड़ा से आएगा जहां कंपनी का कार्यबल 5,000 से अधिक है। उन्होंने कहा कि कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2025 से हर साल पांच गीगावॉट आरई खंड जोड़ने की है।
सिंह ने कहा, ‘‘ हमारे पास भारत में सबसे बड़ा परिचालन नवीकरणीय खंड है। हम अपने विकास के अगले चरण की तैयारी के साथ-साथ अपनी निष्पादन क्षमताओं को बढ़ा रहे हैं। हम गुजरात के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा आरई क्लस्टर विकसित करने के अपने अगले मील के पत्थर पर बड़े पैमाने पर काम कर रहे हैं।”
एजीईएल राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में भी परियोजनाएं ला रही है। कंपनी 2030 तक 45 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य रख रही है। भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का है।
एजीईएल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमित सिंह ने निवेशक प्रस्तुति में कहा कि कंपनी के पास सौर, पवन तथा हाइब्रिड क्षमता में 8.4 गीगावॉट का परिचालन नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) खंड है।