एक तरफ जहां सूबे जे मुखिया ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों में गढ्ढा मुक्त सड़को का ताज पहनाने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं वही जमीनी हकीकत कुछ और हैं।
बताते चलें कि यूपी की राजधानी लखनऊ की सदर तहसील क्षेत्र के वार्ड संख्या फैजुउल्लागंज चतुर्थ के अन्तर्गत अलीनगर के मुख्य मार्ग पर चंद बारिश में यहाँ के सड़के तालाब में तब्दील हो जाती है इतना ही नही यादव चौराहा से रैथा रोड इतनी जर्जर व दैनीय हो चुकी है जिसमे सड़क में बड़े बड़े गड्ढे हो चुके हैं जिससे मार्ग से गुजरने वाले राहगीर आये दिन चोटिल हो रहे वही चौराहे के निकट तो सड़क पूर्णतया अपना अस्तित्व खोने की कगार पर पहुँच चुकी है जिससे ग्रामीण रोजाना हादसे का शिकार हो रहे हैं। जिसका प्रसाशन की तरफ से कोई सुध लेने वाला नही है ओर न ही यहां के प्रतिनिधि कोई ध्यान दे रहे हैं जबकि छेत्रीय लोगो के निवास करने वाले ग्रामीणों का मुख्य मार्ग है वही इस मार्ग को छतिग्रस्त करने के लिए अलीनगर तिराहे के निकट संचालित हो रहे निजी मिक्सर प्लांट में लगे डम्फर जो कि ओवरलोड होकर मार्ग पर दौड़ते है व प्लांट में उपयोग होने वाली सामग्री लाने वाले डंफरो की अहम भूमिका है।