बिगड़े हालातो के बीच कैसे होगा शासन का सपना पूरा
आरक्षित जमीन पर हुआ भूमाफियाओं का कब्जा अब कैसे लगेगी नक्शे पर मुहर
सीतापुर। शहर को खूबसूरत बनाने व हरियाली के बीच रास्तो का निर्माण तथा हर व्यवस्था को व्यस्थित करने के लिये उत्तर प्रदेशा शासन ने सीतापुर नगर में महायोजना 2021 चलाई। इसके लिये हर चीज को व्यवस्थित करके नक्शा तैयार किया। अब विनियमित क्षेत्र सहित अन्य जिम्मेदारी अधिकारी नक्शे को पास करने की योजना को अंतिम रूप देने में जुटे हुए थे कि अचानक ही बस टर्मिनल के लिये खैराबाद में आरक्षित की गई बेस कीमती जगह पर जिले के ऐसे कथित भूमाफिया ने कब्जा कर लिया है जो गाली के अन्दर होते हुए भी चोट के बाहर रहता है। पूरा जिला जानता है कि जिले की करीब अस्सी प्रतिशत प्लाटिंग और कालोनियों में कही न कहीं से ताकतवर राठौर का शेयर है लेकिन लिखा पढ़ी में वह कहीं से भी शामिल नही हो रहा है। जिससे चैकाने वाले आकड़े सामने आ रहे है।
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो हर वह व्यक्ति तो जमीन के धंधे से जुड़ा है वह जानता है कि राठौन कौन है और उसके अधिकांश परिवार के लोग प्लाटिंग का ही कार्य देख रहे है इसके बाद भी कोई कार्यवाही करने की हिम्मत नही जुटा पा रहा है। अगर राठौर की चल अचल सम्पत्ति की जांच हो जाये तो हकीकत का पता चल सकता है लेकिन ऐसा नही हो पा रहा है। ऐसे में राठौर नाम युवक ही नगर की महा योजना 2021 पर ग्रहण बनकर छा रहा है ऐसे में योजना शासन के सपनो के अनुसार सम्पन्न हो ऐसा होता हुआ दिखाई नही दे रहा है। विनियमित क्षेत्र के सूत्रो की माने तो महायोजना का नक्शा किसी भी समय पास हो सकता है लेकिन जब टर्मिनल कैसे बनेगा क्योकि टर्मिनल के आरक्षित जमीन पर तो राठौर का कब्जा है और इस मसले में आरक्षित की गई जमीन पर अभी से ही प्लाटिंग की जाने लगी है जो चर्चा का विषय बना हुआ है। यह पर जिस जमीन की बात की जा रहा है वह खैराबाद ब्लाक के ललियापुर में होनी बताई जा रही है।