छपरा: बिहार के छपरा में सरकारी योजनाएं, पेंशन सहित कई योजनाओं के लाभार्थियों को पैसों का भुगतान करने वाला डाकघर सवालों के घेरे में है। दरअसल डाकघर पर आरोप है कि उसने अपने ही भवन का किराया 6 महीने से नहीं दिया है, जिस मकान में डाकघर चल रहा है। छह महीने से किराए का इंतजार कर रहे मकान मालिक के ‘सब्र का बांध’ टूट गया। मकान मालिक ने डाकघर में ताला लगा दिया। इससे डाकघर का कामकाज ठप हो गया। घर के मालिक लक्ष्मी कांत प्रसाद ने दावा किया कि डाकघर ने पिछले छह महीने से किराया नहीं दिया है। पोस्ट ऑफिस का प्रति माह किराया 18,325 रुपये है।
1985 से चल रहा है मकान में डाकघर
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला सारण जिले के मरौरा प्रखंड का है। यहां 1985 से एक निजी मकान में डाकघर चल रहा है। मकान मालिक लक्ष्मी कांत प्रसाद ने डाकघर के मुख्य गेट पर बीते दिनों ताला लगा दिया। इससे डाक विभाग के कर्मचारियों सहित ग्राहकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
पिछले 6 महीने से नहीं दे रहे कोई किराया: लक्ष्मी कांत
लक्ष्मी कांत प्रसाद ने बताया कि ‘डाकघर 1985 से हर महीने किराया चुका रहा है, लेकिन पिछले छह महीने से उसने कोई किराया नहीं दिया है। मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को कई बार सूचित किया। लेकिन, उन्होंने मेरे कॉल का जवाब देने से इनकार कर दिया। आख़िरकार, मैंने डाकघर का मुख्य दरवाज़ा ताला लगाकर बंद कर दिया है।’