रायबरेली। गेंहू की फसल में सिंचाई करते समय अचानक पानी में करंट उतरने से किसान की मौत हो गई। वही पिता को बचाने दौड़े युवक को भी करंट का छटका लग गया। गनीमत रही कि उसे कुछ नहीं हुआ। मकर संक्रांति पर घर मालिक की मौत से परिवार में चीख-पुकार मची हुई है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना में बिजली विभाग की लापरवाही बताई जा रही है।
कोतवाली क्षेत्र के असरफगंज पीरानगर मजरे किठावा निवासी राम नरेश यादव (50) पुत्र रामफेर यादव सोमवार की दोपहर अपने लड़के संजीव यादव के साथ मिलकर गेंहू के खेत मे सिंचाई कर रहा था। खेत से दूर ट्यूबवेल के समीप एलटी लाइन के बिजली के खम्बे में स्टे लगा हुआ है। ट्यूबवेल के पानी निकासी की जगह बिजली के खम्बे का स्टे लगा हुआ है। अचानक खम्बे में लगे स्टे में करंट आ लगा। वही स्टे के जरिये करंट पानी मे उतर गया। जिसकी चपेट में किसान राम नरेश आ गया और वह तड़पने लगा।
पिता को छटपटाता देख बेटा संजीव बचाने के लिए दौड़ा लेकिन करंट के छटका लगने से वह गिर पड़ा। युवक ने तत्काल घटना की सूचना परिजनों को देकर विद्युत उपकेंद्र सलोन से बिजली बंद कराई। लेकिन तब तक किसान रामनरेश की मौत हो चुकी थी। मकर संक्रांति पर्व पर ह्रदय विदारक घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली का खम्बा झुका हुआ है। विभाग की तरफ से जुगाड़ के जरिये खम्बे को रोक रखा है। जिससे हादसा हुआ है।