खेत में लगाई तार फेंसिंग में बिजली का करंट छोड़ने से देवर-भाभी की मृत्यु

अलीगढ़। महुआखेड़ा क्षेत्र के गांव कोंछोड़ में खेत में लगाई तार फेंसिंग में बिजली का करंट छोड़ने से देवर-भाभी की मृत्यु हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने दिल्ली-कानपुर हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया।

नौकरी, मुआवजा व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। हाईवे के दोनों ओर करीब आठ किमी लंबा जाम लग गया। एंबुलेंस तक फंस गईं। हाईवे निर्माण के बाद यह पहला मौका है जब इतना लंबा जाम लगा हो। गर्मी से यात्री बेहाल हो गए। चार घंटे बाद जाम खुल सका।

गांव कोंछोड़ निवासी वेदप्रकाश की पत्नी नीतू बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे घर से चारा लेने के लिए निकली थीं। दोपहर तक नहीं लौटीं तो तलाश शुरू की गई। रात करीब साढ़े आठ बजे नीतू के देवर धर्मेंद्र, नरेंद्र व दोस्त सचिन पड़ोसी गांव गजनीपुर के राजवीर के मक्का के खेत में पहुंचे, जो उनके खेत से सटा हुआ है।

इसके चारों तरफ बिजली के तार लगे थे। तारों के पास ही नीतू मृत पड़ी थीं। धर्मेंद्र उन्हें उठाने के लिए दौड़े, तभी उनका पैर तारों से छू गया। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गए। धर्मेंद्र को दीनदयाल अस्पताल ले जाया गया, जहां देररात मृत्यु हो गई।

गुरुवार को दोपहर 12 बजे पोस्टमार्टम के बाद स्वजन व ग्रामीण शव लेकर हाईवे स्थित अलीनगर कट पर पहुंचे और जाम लगा दिया। किसी ओर से वाहनों को नहीं निकलने दिया। कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंचा लेकिन लोग नहीं माने।

एडीएम सिटी अमित कुमार भटट और एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक के समझाने पर ही लोग माने। इसके बाद चार बजे जाम खुल सका। नीतू के ससुर चंद्रपाल ने 50 लाख रुपये का मुआवजा व अन्य मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी दिया। चंद्रपाल ने गजनीपुर निवासी खेत मालिक राजवीर उसके बेटे सोनू और मोनू के विरुद्ध गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराया है। मोनू को गिरफ्तार कर लिया है।

एसएसपी संजीव सुमन ने कहा कि पीड़ित परिवार व उनके साथ मौजूद लोग तत्काल मुआवजे की मांग पर अड़े थे। बाद में उन्हें समझाया गया। एक आरोपित गिरफ्तार कर लिया गया। जाम लगाने वाले लोगों को भी चिह्नित किया जा रहा है।

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