हमीरपुर : बीमार बच्चे का इलाज कराने जिला अस्पताल आ रहे दंपती कानपुर सागर हाईवे पर लगे 17 घंटे के जाम का शिकार हो गए। करीब चार घंटे तक जाम में फंसे रहने के कारण बीमार नवजात की अचानक मौत हो गई। जैसे ही नवजात की सांसें थमी वैसे ही मां बेसुध हो गई और वह शव लेकर बिलखती रही। जाम के बीच फंसे मासूम की मौत के मंजर ने हर किसी को दुखी कर दिया।
कानपुर सागर हाईवे पर आए दिन जाम की समस्या बनी रहती है। रविवार की सुबह हाईवे पर लगे इस जाम ने एक मासूम की जान ले डाली। मूसागनर के किसवा दुरौली गांव निवासी अनीता अपने पति के साथ डेढ़ माह की बीमार बच्ची आध्या को लेकर इलाज करने के लिए जिला अस्पताल बाइक से आ रही थी। कानपुर सागर हाईवे पर जाम लगने के कारण यह लोग करीब चार घंटे तक जाम में फंसे रहे। मां अनीता ने बताया कि यमुना पुल शुरू होते ही वह बाइक पर पति व बच्चे के साथ जाम खुलने का इंतजार कर रही थी। इसी बीच अचानक उसके नवजात बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे की सांसें थमते ही मां चिल्ला पड़ी और दहाड़े मारकर रोने लगी। उसकी मौत से पिता भी बेसुध हो गया और पीड़ित दंपती हाईवे पर ही रोने लगे। वहां से गुजरने वाले लोगों ने किसी तरह से उनको ढांढस बंधाया और ड्यूटी में लगे सजेती थाने के सिपाही गौरव भदौरिया ने उन्हें जिला अस्पताल भिजवाया। लेकिन तब तक सबकुछ खत्म हो चुका था।