ओडिशा के कोरापुट जिले के नंदापुर थाना क्षेत्र में सोमवार को एक पति-पत्नी की जंगल में मौत हो गई. कपल गेरुपुट गांव के रहने वाले थे. दोनों गांव के पास जंगल में चूल्हे में जलाने वाली लकड़ियां लेने गए थे, जहां उन्होंने जंगली जानवरों के शिकार के लिए बिछाई गई तार को छू लिया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. दोनों दोपहर के समय लकड़ी लेने गए थे, लेकिन जब रात तक वापस नहीं लौटे तो उन्हें ढूंढना शुरू किया गया.
दरअसल नंदापुर ब्लॉक के गेरुपुट गांव में शिकारियों के लगाए गए बिजली के तार के चपेट में आने की वजह से एक पति-पत्नी की मौत हो गई. मृतक पति-पत्नी की पहचान बोलाराम गलेल और बाला गलेल के रूप में हुई है, जो गेरुपुट गांव के निवासी थे. जानकारी के मुताबिक दंपत्ति रविवार को दोपहर के समय अपने गांव के पास में ही जंगल में जलाने वाली लकड़ी लेने गए थे. वहीं उनकी मौत हो गई.
खेत में बिछे थे बिजली के तार
खेत में शिकारियों ने जंगली सूअरों के शिकार के लिए बिजली के तार बिछाए थे. दोनों पति-पत्नी ने उसे छू लिया और उनकी मौत हो गई. जब शाम तक वह घर नहीं लौटे, तो पड़ोसियों और स्थानीय लोगों ने उन्हें ढूंढ़ना शुरू किया और कई घंटों बाद देर रात पति-पत्नी के शव बरामद किए गए. इसके बाद मामले की जानकारी नंदापुर पुलिस को दी गई. पुलिस घटना की जांच करने के लिए मौके पर पहुंची और आश्वासन दिया कि तार बिछाने के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की
पुलिस ने बताया कि हमें स्थानीय लोगों से रात करीब 8 से 9 बजे के आसपास जानकारी मिली. यह घटना बिजली के तार छूने की वजह से हुई. कुछ शिकारियों ने जंगल में तार फैलाए. कपल जंगल में सूखी लकड़ियां लेने गए थे. अब मृतक के परिवार के सदस्यों की शिकायत के बाद जांच चल रही है. उन्होंने एफआईआर में उस इलाके के दो लोगों के बारे में बताया है, जिन्होंने वहां तार लगाए थे. हमने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और दूसरा व्यक्ति इलाके से फरार है.