विजय सिनेमा रोड स्थित डायग्नोस्टिक सेंटर का है मामला
अगर गर्भपात करा दिया होता तो कौन होता जिम्मेदार
किसी की जान जाने की इंतजार कर रही कोतवाली पुलिस
बलिया। जिस फर्जी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर पेट में पल रहे बच्चे की जान जा सकती थी, उस रिपोर्ट को शायद कोतवाली पुलिस हल्के में ले रही है, या फिर यूं कहे कि किसी की जान जाने का इंतजार कर रही है। तभी तो तहरीर देने के 48 घंटे बाद भी कोतवाली पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं किया है। जबकि पुलिस अधीक्षक ने कोतवाल को मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि माल्देपुर निवासी संजीव कुमार राम बीते 28 मार्च 2024 को विजय सिनेमा रोड स्थित एक प्रतिष्ठित डायग्नोस्टिक सेंटर पर अपनी गर्भवती पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराया था। अल्ट्रासाउंड कराने के बाद रिपोर्ट में लिखा गया था मिस्ड अबार्शन। इसके बाद संजीव कुमार राम को शंका हुई, जिस पर उन्होंने बीते 11 अप्रैल को जिला अस्पताल रोड स्थित एक डायग्नोस्टिक सेंटर पर दुबारा अपनी गर्भवती पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराया। जिसकी रिपोर्ट चौंकाने वाली थी, क्योंकि इस रिपोर्ट में यह सामने आया कि बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है। सवाल यह उठता है कि अगर पहली रिपोर्ट के आधार पर यदि संजीव राम अपनी गर्भवती पत्नी का गर्भपात करा दिया होता तो उन्हें बाप बनने के सुख से वंचित होना पड़ता। इस बाबत सीएमओ डॉ. विजयपति द्विवेदी ने बताया कि मामला संज्ञान में हैं। जल्द ही जांच कराकर डायग्नोस्टिक सेंटर को बंद कराया जाएगा।
पहले से ही बदनाम है सेंटर
बलिया। विजय सिनेमा रोड स्थित डायग्नोस्टिक सेंटर द्वारा फर्जी रिपोर्ट देने वाली बात कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले भी यह सेंटर एक महिला की रिपोर्ट में कैंसर होना और एक पुरूष की रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव होने की बात कही थी। खैर उस समय किसी ने इनका विरोध नहीं किया तो मामला दब गया। लेकिन इस बार संजीव कुमार राम ने हिम्मत दिखाई तो सच्चाई सबके सामने हैं।
मेरे द्वारा शहर कोतवाल को निर्देश दिया गया है। जल्द ही मुकदमा दर्ज कर संबंधित डायग्नोस्टिक सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
देव रंजन वर्मा
एसपी, बलिया