लखनऊ : मेरा यह मानना है कि यदि किसान खुशहाल होगा तो देश भी खुशहाल होगा। याद कीजिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 2022 तक किसानों की आमदनी दुगनी करनी है। इसके लिए योजना भी तैयार की। इन योजनाओं के साथ जब वैज्ञानिक सोच और इनोवेशन को जोड़ते हैं, तो किसानों के आमदनी का लक्ष्य और पीएम के विजन को कामयाब करने में कोई कठिनाई आगे भी नहीं होगी।
प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप अन्नदाता किसान को परंपरागत खेती में दुगनी आए हो रही है, वहीं जो किसान औषधि और अन्य खेती कर रहे हैं,उन्हें तो कई गुना लाभ हो रहा है। यह कहना है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का। वह बुधवार को सीएसआईआर – सीमैप की तरफ से आयोजित दो दिवसीय किसान मेला 2024 को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस किसान मेले में सबसे पहले आप सभी अन्नदाता किसानों और वैज्ञानिकों का मैं हृदय से स्वागत करता हूं। यहां पर 15 राज्यों के किसान आए हैं। वह भी उसे अवसर पर आए हैं, जब अयोध्या में प्रभु श्रीराम विराजमान है। ऐसे में जो भी किसान प्रभु श्रीराम के दर्शन करना चाहते हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार पूरी मदद देगी बसों की व्यवस्था कराएगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समय था, जब संसद में किसनो की आत्महत्या का मुद्दा उठता था। किसान आत्महत्या इसलिए करते थे कि उन्हें आर्थिक और तकनीकी तौर पर कोई मदद नहीं मिल पाती थी, लेकिन आज दौर बदल चुका है, सीएसआरआई – सीमैप एनबीआरआई और आईआईटी आर जैसी संस्थाओं की तरफ से लगातार शोध और तकनीक के माध्यम से किसानों की मदद की जा रही है।
वैज्ञानिकों की मदद की वजह से फसलों की गुणवत्ता तो अच्छी हो ही रही है। किसने की आय भी बढ़ रही है। प्रदेश में एग्रीकल्चर तथा आयुष से जुड़े हुए कई संस्थान हैं, विज्ञान केंद्र हैं, हम सबको मिलकर उनका निरंतर विजिट करना चाहिए। जिससे इनकी मदद से किसानों की आमदनी बढ़ाने में मदद की जा सके। इसी का आवाहन करने मैं यहां आया हूं।