बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने संसद सत्र पर लखनऊ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इसमें बसपा प्रमुख ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. संविधान की 75 सालों की गौरवशाली यात्रा पर संसद में हो रही चर्चा पर मायावती ने कई सवाल उठाए हैं.
मायावती ने कहा कि भारत के संविधान की 75 सालों की गौरवशाली यात्रा पर संसद में चर्चा हो रही है. इस चर्चा की सार्थकता और उपयोगिता तभी संभव है, जब खुले मन से यह स्वीकार किया जाए कि सत्ता पक्ष मानवीय संविधान की पवित्र भावनाओं के अनुरूप देश के करोड़ों लोगों को रोजगार, न्याय और स्वाभिमान का जीवन दे पाया है या नहीं.
इसके अलावा मायावती ने भारत के संविधान और लोकतंत्र की मजबूती को देश की तरक्की और विकास के लिए जरूरी बताया है. उन्होंने कांग्रेस पर हमले करते हुए कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया और कहा कि दोनों दल मिलकर संविधान को कमजोर कर रहे हैं.
विकसित देश बनने का क्या पैमाना?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा, ‘भारत का संविधान और इसके लोकतंत्र की खूबसूरती देश और देशवासियों की तरक्की के लिए जरूरी है. यह विकसित देश बनने का भी एक बड़ा पैमाना है. यह साफ है कि इसका जवाब ‘नहीं’ होने से सत्ता पक्ष ध्यान भटकाएगा, लेकिन यह स्वीकार करना चाहिए कि अगर देश पर अब तक राज करने वाली पार्टियों ने संविधान को कायम रखने में सच्ची लगन, ईमानदारी और देशभक्ति दिखाई होती, तो देश की हालत इतनी खराब नहीं होते.’
संविधान संशोधन पर मायावती
संविधान संशोधन पर बोलते हुए मायावती ने कहा कि यदि संशोधन जनहित में होते हैं तो बसपा उसका समर्थन करेगी. इसके अलावा उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन का भी समर्थन करने का ऐलान किया है. उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस और भाजपा के बीच लड़ाई चल रही है कि हमसे ज्यादा तुम दोषी.