कांग्रेस या उसके नेताओं के इंडिया गठबंधन के नेतृत्व का मोह छोड़ना होगा मणिशंकर अय्यर

कांग्रेस पार्टी को लगातार कई चुनावों में हार का सामना करपा पडा है. हरियाणा और महाराष्ट्र में भी पार्टी बुरी तरह चुनाव हारी है. जिसके बाद से ही पार्टी पर कई तरह के सवाल उठाए गए. इस बीच कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने बताया कि कांग्रेस को किस रोडमैप पर काम करना चाहिए. जिससे आने वाले चुनावों में उसे फायदा मिले. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के नेतृत्व का मोह छोड़ना होगा.

मणिशंकर अय्यर ने PTI पर दिए एक इंटरव्यू में कहा कि पहली तो कांग्रेस को INDIA गठबंधन के नेतृत्व की आकांक्षा नहीं रखनी चाहिए. कम से कम जब तक हम विपक्ष में हैं.

गठबंधन के सभी दलों को दें सम्मान- अय्यर
कांग्रेस नेता अय्यर ने कहा कि जब इंडिया गठबंधन बना तब उन्हें बहुत खुशी हुई थी. क्योंकि इसकी वकालत वे लंबे समय से करते आए हैं. उन्होंने कहा कि और इस तरह का गठबंधन बनाने की मांग मैंने पहले भी की थी. कांग्रेस को अगर आगे बढना है तो गठबंधन के सभी दलों के लोगों को सम्मान देना होगा.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस का काम है कि गठबंधन में किसी भी तरह का विरोध या अंदरखाने कलह न मचे. ऐसा होने से एकता का संदेश जाएगा, और आने वाले समय में गठबंधन के जरिए ही कांग्रेस को मदद मिलेगी.

गठबंधन के नेतृत्व को लेकर उठ चुके सवाल
विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन में महाराष्ट्र चुनाव में हार के बाद से ही नेतृत्व पर सवाल उठने लगे थे. सबसे पहले टीएमसी सांसद ने नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी. मांग की गई थी कि ममता बनर्जी को गठबंधन का नेता बनाया जाए, इस मांग का समर्थन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव ने भी की थी उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गठबंधन का नेतृत्व देने की बात कही थी

ममता के बाद समाजवादी पार्टी से भी नेतृत्व को लेकर सवाल किए गए और कहा गया कि अखिलेश यादव को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व दिया जाए

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