मुरादाबाद। बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं। इसके लिए उनके फैसले और वो खुद जिम्मेदार हैं। जेडीयू और उसके नेताओं की करतूतों के कारण विपक्ष के लिए नई उम्मीद बना I.N.D.I.A खतरे में नजर आ रहा है। कांग्रेस को पूरे देश में अकेले चुनाव लड़ने पर विचार करना चाहिए, इन बैसाखियों के सहारे इतनी बड़ी लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती।”
सीएम नीतीश कुमार के महागठबंधन से नाता तोड़ने और भाजपा के साथ फिर से जुड़ने की खबरों ने 17 महीने पुरानी, छह-दलीय ग्रैंड अलायंस सरकार की स्थिरता को लेकर चिंताएं पैदा कर दी हैं।
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी समेत कई एनडीए नेताओं ने जेडीयू-आरजेडी के बीच गठबंधन टूटने के संकेत दिए हैं। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा प्रमुख मांझी ने कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगी। मांझी ने कहा कि अपने पूर्व सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयानों को देखकर उन्हें पहले ही अंदाजा हो गया था कि राज्य में बदलाव होगा।
उन्होंने कहा, “हाल ही में मैंने कहा था कि 20 जनवरी के बाद बिहार में बदलाव होगा और इसका आधार नीतीश कुमार का बयान था। उन्होंने राजद के खिलाफ कई बातें कही हैं… इसी आधार पर हमने कहा था कि गठबंधन नहीं चलेगा। मांझी ने कहा, “गठबंधन लंबे समय तक नहीं चलेगा। नीतीश कुमार का पीएम बनने का सपना टूट गया है… इसलिए गठबंधन तोड़कर वह स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं या दूसरे गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।”
राजनीति में कोई भी दरवाजा स्थायी रूप से बंद नहीं होता: सुशील मोदी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कहा, “हम सभी घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं और जरूरत पड़ने पर उचित निर्णय लिया जाएगा। राजनीति में कोई भी दरवाजा स्थायी रूप से बंद नहीं होता है और जरूरत पड़ने पर दरवाजा खोला भी जा सकता है…।” इस बीच जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल ने आरोप लगाया कि ‘महागठबंधन’ में नीतीश कुमार को ‘सम्मान’ नहीं दिया जा रहा है।