दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार और LG के बीच एक बार फिर से तकरार छिड़ गई है. दिल्ली सरकार में मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय एजेंसियों ने दिल्ली में लाखों लोगों का आशियाना उजाड़कर उनको बेघर किया और अब उनको मिलने वाले फ्लैटों को ब्लैक में बेचा जा रहा है. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर निशाना साधते हुए सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज की देख रेख में मामले की जांच की मांग की है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि गरीब झोपड़ी के निवासियों के लिए जो फ्लैट बनाए जाते हैं, जिनको प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत जो की झोपड़ी वाले लोगों को दिया जाता है. ताकि दिल्ली के अंदर झुग्गी झोपड़ियां को कम किया जा सके, इसलिए झुग्गी झोपड़ी वाले लोगों को फ्लैट दिए जाते हैं. ताकि वह फ्लैटों के अंदर रह सके और अपना जीवन, अपने बच्चों और परिवार का जीवन बेहतर कर सके एक सम्मानजनक जीवन जी सके.
गरीबों के फ्लैच ब्लैक में बेचे जा रहे, AAP का आरोप
उन्होंने कहा कि आपको याद होगा कुछ साल पहले प्रधानमंत्री जी ने खुद कालकाजी स्थित ऐसे फ्लैटों का उद्घाटन किया था, मगर जो एक स्ट्रिंग ऑपरेशन सामने आया है. बहुत हैरान कर देने वाला है कि वह फ्लैट जो गरीबों के लिए झुग्गी झोपड़ी वालों के लिए बने हैं, उनको ब्लैक में बेचा जा रहा है और उन लोगों को बेचा जा रहा है जिनकी पात्रता नहीं है, उन लोगों को बेचा जा रहा है जो जेजे क्लस्टर के अंदर रहने वाले नहीं है. सवाल यह है कि भारतीय जनता पार्टी गरीबों से इस तरीके से क्यों परेशान रहती है ? क्यों गरीबों के खिलाफ हमेशा नजर आती है? कि कुछ भी गरीबों का हो तो उसके खिलाफत भारतीय जनता पार्टी करें, हमने गरीबों को मुफ्त बिजली दी भाजपा ने खिलाफत की, हमने 20000 लीटर मुफ्त पानी दिया बीजेपी ने खिलाफत की, हमने महिलाओं को फ्री बस यात्रा दी इसकी खिलाफत की.
यहां पर जो फ्लैट उन गरीबों के लिए बने हैं, इन सब एजेंसीज ने लाखों लोगों को दिल्ली की झुग्गी झोपड़ियां को उजाड़ कर के बेघर किया मथुरा रोड के पीछे उन गरीब लोगों की पात्रता थी कि उनको फ्लैट मिले मगर केंद्र सरकार की एजेंसियों ने उनको उजाड़ दिया हजारों लोगों को मथुरा रोड DPS स्कूल के पीछे उजाड़ दिया ASI द्वारा तुगलकाबाद में लाखों लोगों को उजाड़ दिया, महरौली के अंदर हजारों लोगों को उजाड़ दिया, आपने देखा कि रेलवे ने सरोजिनी नगर और सफदरजंग एयरपोर्ट का जो इलाका है वहां पर हजारों लोगों को ज्यादा जिन लोगों को उजाड़ा जा रहा है, उन लोगों को यह मकान मिलने थे और यह लोग उजाड़ने के बाद कहां जा रहे हैं ?
यह सवाल दिल्ली वालों का है ऐसा नहीं है कि ये लोग गायब हो जाएंगे. यह लोग कहीं और अपना आशियाना बना रहे हैं. फ्लाईओवर के नीचे अपनी झुग्गी डाल रहे हैं और ब्रिज के नीचे अपनी झुग्गी डाल रहे हैं. किसी और नाले के किनारे अपनी झुग्गी डाल रहे हैं और इस तरीके से दिल्ली को और ज्यादा खराब किया जा रहा है. गरीबों को उजाड़ा जा रहा है और गरीबों के लिए जो फ्लैट आवंटित होने चाहिए थे वह पूरी तरीके से भ्रष्टाचार की भेंट चढ रहे हैं. एक गरीब, जो की झोपड़ी के आदमी को फ्लैट देने के लिए लंबी चौड़ी प्रक्रिया होती है.
LG विनय सक्सेना की नाक के नीचे इतना बड़ा भ्रष्टाचार
वहां पर सर्वे किया जाता है, देखा जाता है की झुग्गी कौन से सन में बनी, वह आदमी कौन से सन में आया इसके पास कागजात है या नहीं है, कौन-कौन से सर्वे में इसका नाम आया, यह कैसे संभव है कि जिस आदमी का सर्वे में कोई नाम ही ना हो उन झुग्गी झोपड़ियां के नाम पर कोई कागज ही ना हो, आधार कार्ड, राशन कार्ड बिजली का बिल ना हो, उस आदमी को वह फ्लैट बिना DDA के उच्च अधिकारियों की मिली भगत के नहीं दिया जा सकता, सीधे-सीधे LG विनय सक्सेना की नाक के नीचे इतना बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है था ACB इनके पास है विजिलेंस, CBI सारी चीज इनके पास है, यह संभव नहीं है LG विनय सक्सेना साहब इसके बारे में उनको जानकारी ही ना हो, इस तरीके से गरीब झुग्गी झोपड़ी वाले के फ्लैटों को चोरी करके भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाया जा रहा है. जिससे इन गरीबों को भी नुकसान हो रहा है और दिल्ली को भी.
सीटिंग जज की निगरानी में हो जांच- सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ACB हो या CBI हो, है तो सभी इनकी एजेंसी, हम तो यह चाहेंगे कि कोई सीटिंग जज हो हाई कोर्ट के या सुप्रीम कोर्ट के उनके अधीन जांच की जाए, नहीं तो LG साहब की सारी एजेंसियां हैं उनके खिलाफ कौन जांच करेगा ? फिर इसके अंदर मिट्टी डाल दी जाएगी कोई जांच नहीं करेगा. NCPCR ने रिपोर्ट जारी की है इस रिपोर्ट के तहत उन्होंने सारे राज्यों के सेक्रेटरी को लिखा है कि मदरसों की फंडिंग बंद की जाए साथ ही मदरसा बोर्ड को बंद किया जाए और जो नॉन मुस्लिम स्टूडेंट से हैं उनको मदरसों से बाहर निकल जाए.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मुझे नहीं पता कि केंद्र सरकार किस तरीके से चल रही है कौन चला रहा है, भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने कल मदरसों में पढ़ने वाले लोगों की तनख्वाह बढ़ाई है, तो एक तरफ तो भारतीय जनता पार्टी की सरकारी मदरसों में पढ़ने वाले मौलवियों की तनख्वाह बढ़ा रही है और दूसरी तरफ से कह रही है की फंडिंग बंद कर दी जाए तो तनख्वाह कहां से दी जाएगी ? मैं हैरान हूं कि भारतीय जनता पार्टी क्या सोच रही है क्या चाह रही है ?