गोरखपुर। 1857 की क्रांति में अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा लेने के दौरान खुद का बलिदान कर देने वाले नरहरपुर एस्टेट के राजा हरि प्रसाद मल्ल की कोठी अब महज विरासत नहीं बल्कि पर्यटन केंद्र भी होगी। पर्यटक वहां पहुंचकर देश के लिए बलिदान होने वाले इस महापुरुष को श्रद्धांजलि दे सकेंगे, उनकी बलिदानी को याद कर सकेंगे। बड़हलगंज सरयू नदी के किनारे किले के अवशेष के रूप में मौजूद शहीद स्मारक को पर्यटन केंद्र का स्वरूप देने के लिए शासन ने चार करोड़ 31 लाख रुपये स्वीकृत कर दिए हैं।
यह शहीद स्मारक जिले के पांचवां शहीद स्मारक होगा, जिसे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना कार्यान्वित होने जा रही है। इससे पहले चौरी चौरा शहीद स्मारक, बाबू बंधु सिंह शहीद स्मारक, डोहरिया कला शहीद स्मारक और बिस्मिल शहीद स्मारक को पर्यटन केंद्र के रूप मेंं विकसित किया जा चुका है। स्वीकृत धनराशि से पर्यटन विभाग राजा साहब के किले के अवशेषाें को संरक्षित करेगा। साथ ही वहां नदी किनारे घाट, घाट से किले तक पाथ-वे, पार्क, टायलेट ब्लाक आदि बनवाएगा। वहां राजा साहब की एक आदमकद प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
इसे लेकर 20 करोड़ रुपये की 10 अन्य पर्यटन विकास की परियोजनाओं को भी शासन की स्वीकृति मिली है। इनमें मोहद्दीपुर गुरुद्वारा और विष्णु मंदिर भी शामिल है। असुरन चौक स्थित विष्णु मंदिर परिसर में करीब ढाई करोड़ की लागत से रामलीला मैदान और हवनकुंड का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा जिन अन्य परियोजनाओं को शासन से स्वीकृति मिली है, उनमें कैंपियरंगज का रामजानकी मंदिर, सिरसिया भटहट का काली मंदिर, पिपरानेम मसीदिया का ठाकुर जी मंदिर, घासीकटरा का हलुआ बाबा मंदिर, जमुनारा चरगांवा शिव मंदिर, रामपुर बुजुर्ग भटहट का रामजानकी मंदिर और खजनी का जैश्वर नाथ मंदिर शामिल है।
मुख्यमंत्री ने किया था 36 पर्यटन परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण
पर्यटन विकास को लेकर प्रदेश सरकार कितनी संवेदनशील है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मात्र 10 दिन पहले पिछली चार मार्च को मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में पर्यटन विकास की 36 परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण किया था। यह परियोजनाएं 110 करोड़ की हैं। इनमें 12 करोड़ 12 लाख रुपये की लागत वाली 14 परियोजनाएं लोकार्पित हुई थी जबकि 98 करोड़ 35 लाख रुपये की 22 परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ था।
गोरखपुर में पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं हैं। आध्यात्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन का तो यह हब बन सकता है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यहां निरंतर इस दिशा में कार्य हो रहा है। 20 करोड़ की 10 और परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है, इनमें राजा हरि प्रसाद मल्ल का किला भी शामिल है। यह जिले का चौथा शहीद स्मारक है, जिसे पर्यटन केंंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। – रवींद्र कुमार मिश्र, क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी, गोरखपुर