मॉस्को । इस माह दक्षिण अफ्रीका में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और अगले माह भारत में प्रस्तावित जी-20 शिखर सम्मेलन से दूरी बनाने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन इस साल अक्टूबर में चीन की यात्रा पर जाएंगे। पुतिन ने इस वर्ष की अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए चीन जाने पर सहमति जता दी है।
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने केवल पूर्ववर्ती सोवियत संघ से जुड़े देशों और ईरान की यात्रा की है। पिछले वर्ष यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के शुरुआती दौर में पुतिन मार्च 2022 में चीन की यात्रा पर गए थे। इसके बाद इस वर्ष उन्होंने रूस से बाहर की यात्रा नहीं की है। पुतिन ने हेग की अंतरराष्ट्रीय अदालत द्वारा वॉरंट जारी करने के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार नहीं किया है। मार्च में हेग स्थित इंटरनेशनल आपराधिक न्यायालय ने यूक्रेन के हालात को देखते हुए पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। न्यायालय ने पुतिन को यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्र में गैरकानूनी तरीके से आबादी का स्थानांतरण करने के मामले में पुतिन को अपराधी बताया था।
अब पुतिन ने अक्टूबर में चीन की अपनी पहली विदेश यात्रा करने पर सहमति जताई है। पुतिन इस साल के बेल्ट एंड रोड फोरम के लिए चीन की यात्रा करेंगे। चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग के निमंत्रण को स्वीकार करने के बाद रूस ने राष्ट्रपति पुतिन के चीन जाने की तैयारी करनी शुरू कर दी है। इससे पहले इसी माह दक्षिण अफ्रीका में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी राष्ट्रपति पुतिन शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने वहां रूसी विदेश मंत्री को भेजा था और स्वयं ऑनलाइन इस शिखर सम्मेलन को संबोधित किया था। अगले माह नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से भी पुतिन ने स्वयं को दूर कर लिया है।