नोएडा। नोएडा में बन रहे भंगेल एलिवेटेड रोड की चौड़ाई आधा मीटर कम की जाएगी। यह चौड़ाई 90 मीटर तक कम होगी। इसके बाद चौड़ाई सामान्य हो जाएगी। इसकी वजह एलिवेटेड रोड के निर्माण में दो भवन का आना है। इन भवनों को भी करीब डेढ़ फीट तक तोड़ा जाएगा। इसके बाद यहां रैंप का सही आकार आएगा। इससे संबंधित एक प्रस्ताव नोएडा की बोर्ड में गुरुवार को रखा जाएगा।
इसके अलावा सेक्टर-151ए में निर्माणाधीन गोल्फ कोर्स प्रोजेक्ट को भी बोर्ड में लाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट की लागत में करीब 10 करोड़ रुपये का वैरिएशन होना है। भंगेल एलिवेटेड रोड सेक्टर-41 स्थित आगाहपुर से एनएसईजेड सेक्टर-82 तक बन रहा है। यह रोड करीब साढ़े पांच किलोमीटर लंबा है।
निर्माण में खर्च होंगे 500 करोड़ रुपये
इसके निर्माण में करीब 500 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया जा रहा है। अभी इसके निर्माण में भंगेल में स्थित दो इमारतें आड़े आ रही हैं। इसको देखते हुए प्राधिकरण की तैयारी है कि करीब 90 मीटर हिस्से में एलिवेटेड रोड की चौड़ाई आधा मीटर कम कर दी जाए।
इमारत के एक हिस्से को तोड़ा जाएगा
भंगेल एलिवेटड में डेढ़ फीट तक तोड़ी जाएंगी इमारत पहले प्राधिकरण ने समाधान निकाला था कि सिर्फ एलिवेटेड के स्ट्रक्चर को जगह देने के लिए तोड़फोड़ की जाए। ऐसा होने पर दोनों इमारतें करीब 2.5 मीटर टूट रही थीं। इससे इनकी छतें भी टूटतीं। अब तैयारी यह है कि यहां पर कम तोड़फोड़ करने के लिए करीब 90 मीटर की लंबाई में आधा मीटर चौड़ाई कम कर दी जाए। यह चौड़ाई दोनों तरफ की सड़क की कम होगी। साथ ही करीब डेढ़ फीट तक इमारत के एक हिस्से को तोड़ा जाएगा। जिससे उसके स्ट्रक्चर और एलिवेटेड के स्ट्रक्चर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
बता दें कि एलिवेटेड रोड का निर्माण जून-2020 में शुरू हुआ था। अनुबंध के मुताबिक एलिवेटेड रोड का काम सात दिसंबर 2022 तक पूरा होना था। लागत विवाद के कारण इसका काम बंद पड़ा रहा।
तेजी से चल रहा है काम
प्राधिकरण अधिकारियों का दावा है कि अब मौके पर काम तेजी से चल रहा है। अगले 8-10 माह में इसका काम पूरा कर लिया जाएगा। गोल्फ कोर्स में बजट वेरिएशन सेक्टर 151 ए में 113 एकड़ भूमि पर 94 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे गोल्फ कोर्स प्रोजेक्ट की कास्ट बढ़ गई है। इसकी कास्ट में करीब 10 करोड़ का वैरिएशन है। इसे बोर्ड में ले जाया जाएगा ताकि वैरिएशन पर अप्रूवल मिल सके।
गोल्फ कोर्स का निर्माण एक जुलाई 2021 को शुरू हुआ, 31 दिसंबर 2022 तक काम पूरा करने की समयसीमा थी। परियोजना को पूरा करने की वर्तमान समय सीमा मार्च 2025 है।