अहंकार, पाप और लोभ से मुक्ति की कामना के पावन पर्व वामन (वासुदेव) द्वादशी की हार्दिक शुभकामनाएं

आज रविवार को भगवान विष्णु के पांचवें अवतार वामन देव का प्रकट उत्सव है। इस अवसर पर सभी को पावन पर्व की शुभकामनाएं।

“भगवान श्री वामन जी के प्राकट्य दिवस ‘वामन द्वादशी’ व्रत पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। अहंकार नष्ट कर बुरे कर्मों से छुटकारा दिलाते हुए आत्मबल में वृद्धि प्रदान करने वाले भगवान श्रीविष्णु जी के पांचवें अवतार श्री वामन जी की कृपा आप सभी पर बनी रहे, सभी का कल्याण हो, यही करबद्ध प्रार्थना है।”

पौराणिक मान्यता है कि भगवान विष्णु ने भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि पर वामन अवतार लिया था। वामन देव विष्णु जी के पांचवें अवतार हैं। वामन उस समय प्रकट हुए थे, तब दैत्यराज बलि का आतंक फैला हुआ था। बलि ने देवताओं को पराजित कर दिया था और स्वर्ग पर अधिकार कर लिया था। देवताओं की रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने देवमाता अदिति के गर्भ से वामन देव के रूप में जन्म लिया था।

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