नई दिल्ली। फिनटेक कंपनी गूगल पे ने हाल ही में बताया कि वह अब वह देश में मर्चेंट के लिए साउंडपॉड के विस्तार की घोषणा की। आने वाले कुछ महीनों में अधिकतर मर्चेंट के पास साउंडपॉड पहुंच जाएगा।
कंपनी ने पिछले साल सीमित पायलट पैमाने पर साउंडपॉड्स को भारत में पेश किया था। पेटीएम के साउंडबॉक्स की तरह, गूगल पे साउंडपॉड एक स्पीकर डिवाइस है। इसमें भी ट्रांजेक्शन की ऑडियो नॉटिफिकेशन सर्विस दी जाती है तो मर्चेंट को बताती है कि QR कोड के जरिये कितने रुपये का भुगतान हुआ है।
गूगल पे के उत्पाद उपाध्यक्ष अंबरीश लेंगे ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि
पिछले साल, हमने अपने साउंडपॉड उत्पाद को एक सीमित पायलट में पेश किया था। यह एक ऑडियो डिवाइस है जो व्यापारियों को पेमेंट प्राप्त होने पर ऑडियो अलर्ट के साथ क्यूआर कोड भुगतान को ट्रैक करने में मदद करता है। इसको लेकर मर्चेंट ने सकारात्मक प्रतिक्रिया साझा की है। साउंडबॉक्स की वजह से चेकआउट का समय कम हो जाता है। हम खुश हैं यह घोषणा करने के लिए कि साउंडपॉड्स आने वाले महीनों में पूरे भारत में छोटे व्यापारियों के लिए उपलब्ध होंगे।
इसके आगे वह कहते हैं कि यह भारत में जिम्मेदार क्रेडिट की उपलब्धता का विस्तार करने के लिए हमने अक्टूबर 2023 में घोषित उपभोक्ता और व्यापारी पेशकशों की सूची के अतिरिक्त है।
बता दें कि फोन पे के बाद गूगल पे देश का दूसरा सबसे बड़ा UPI ऐप है। इसने जनवरी 2024 में 6,35,945.58 करोड़ रुपये के 444.28 करोड़ लेनदेन की सुविधा प्रदान की।
हालांकि, पीपीबीएल जनवरी 2024 में लेनदेन की मात्रा और मूल्य दोनों के मामले में गूगल पे से पीछे रहा।
आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर लिया एक्शन
भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को 15 मार्च के बाद लेनदेन के लिए कोई भी पैसा स्वीकार करना बंद करने का आदेश दिया।
आरबीआई ने एफएक्यू की सूची में स्पष्ट किया है कि पेटीएम क्यूआर कोड, पेटीएम साउंडबॉक्स या पेटीएम पीओएस टर्मिनल 15 मार्च के बाद तभी काम करना जारी रखेंगे, जब वे पीपीबीएल के बजाय अन्य बैंकों से जुड़े हों।
पेटीएम ने बताया कि दिसंबर 2023 की तिमाही में मर्चेंट भुगतान सदस्यता 1.06 करोड़ तक पहुंच गई है। यह साल-दर-साल आधार पर 49 लाख की वृद्धि है।
पेटीएम वर्चुअल पेमेंट एड्रेस सेटिंग्स के साथ मर्चेंट के ट्रांजेक्शन को लेकर आ रही समस्या को ठीक करने का काम कर रही है।