उद्यान विभाग की सहायता से अमेठी के किसान बने आत्मनिर्भर, संकर लौकी की खेती से मिली बड़ी उपलब्धि
सरकारी योजनाओं से हो रही खेती में क्रांति, अमेठी के किसान ने संकर लौकी से अर्जित किए ₹1 लाख
गौरीगंज अमेठी। जनपद अमेठी के भादर-पीपरपुर निवासी कृषक श्री भगेलूराम ने राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत संकर लौकी की खेती कर अपने खेतों से न केवल बेहतरीन पैदावार हासिल की, बल्कि इससे लगभग ₹1.30 लाख की आय भी अर्जित की है। इसमें से ₹1 लाख की शुद्ध आय प्राप्त हुई है। भगेलूराम की यह सफलता अमेठी के जिलाधिकारी निशा अनंत और मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल के कुशल नेतृत्व तथा उद्यान विभाग द्वारा समय-समय पर दी गई तकनीकी सहायता एवं मार्गदर्शन का परिणाम है।
संकर लौकी की खेती से मिली शानदार सफलता
भगेलूराम ने अपनी 0.4 हेक्टेयर भूमि पर संकर लौकी की खेती की शुरुआत राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत की थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषकों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आय में वृद्धि करना है। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने भगेलूराम को न केवल तकनीकी प्रशिक्षण दिया, बल्कि खेती के दौरान समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण कर उन्हें मार्गदर्शन भी प्रदान किया।
इस तकनीकी सहायता की बदौलत भगेलूराम ने खाद और रासायनिक उर्वरकों का उपयोग उचित मात्रा में किया और अपनी एक एकड़ भूमि पर 85 कुंतल लौकी का उत्पादन किया। लौकी का उत्पादन इतना बेहतर हुआ कि स्थानीय बाजारों में इसे ₹15 से ₹20 प्रति किलो के थोक भाव पर बेचा गया। इसके परिणामस्वरूप भगेलूराम को लगभग ₹1.30 लाख की आय प्राप्त हुई, जिसमें खेती पर हुए खर्च के बाद ₹1 लाख की शुद्ध आय के रूप में उनके हाथ में आई।
सरकारी योजनाओं से बढ़ी किसान की आत्मनिर्भरता
भगेलूराम ने अपनी सफलता का श्रेय राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा दी गई तकनीकी सहायता को दिया। उन्होंने बताया कि विभाग से समय-समय पर मिली जानकारी और स्थलीय निरीक्षण से खेती आसान हो गई। सही मात्रा में खाद एवं उर्वरकों के इस्तेमाल से न केवल पैदावार अच्छी हुई, बल्कि उत्पादन की लागत भी नियंत्रित रही, जिससे अधिक मुनाफा हुआ।
मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने भगेलूराम के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह उदाहरण जिले के अन्य किसानों के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया है कि अमेठी के अधिक से अधिक कृषकों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना का लाभ दिलाने के लिए कार्य किया जाए, ताकि वे भी आत्मनिर्भर बनकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकें।
अधिक कृषकों को योजना से जोड़ने के निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी निर्देश दिए हैं कि उद्यान विभाग की योजनाओं से जनपद के अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को जोड़ा जाए। साथ ही, कृषकों को उनकी आवश्यकतानुसार कृषि संबंधी प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाए ताकि कोई भी पात्र कृषक शासन की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रह सके।
कृषकों को सशक्त बनाने का प्रयास
उद्यान विभाग की योजनाओं का उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से परिचित कराकर उनकी पैदावार और आय में वृद्धि करना है। भगेलूराम की तरह अन्य कृषक भी इन योजनाओं का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। जिलाधिकारी निशा अनंत ने कहा कि अमेठी में किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है, और इसके तहत विभिन्न योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है।
उद्यान विभाग की योजनाओं का लाभ उठाएं किसान
जिला उद्यान अधिकारी ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत अन्य किसानों को भी तकनीकी सहायता और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भगेलूराम की इस सफलता से जिले के अन्य किसानों को प्रेरणा मिलेगी और वे भी आधुनिक खेती के जरिए अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे।