बोले खण्ड़ शिक्षाधिकारी, शिक्षा के प्रति लापरवाही बर्दास्त नही
हैदरगढ़ बाराबंकी। शिक्षा क्षेत्र अन्तर्गत परिषदीय विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था एक दम चरमरा सी गई है। आए दिन शिक्षकों का लेट लतीफ आना और समय से पूर्व विद्यालय बंद कर घर चले जाना उनकी आदतो में सुमार हो गया है। निरंकुश शिक्षको की घोर लापरवाही के चलते अभिभावको का भी परिषदीय विद्यालयो से मन खिन्न होता जा रहा है। खण्ड़ शिक्षाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांचकर कार्यवाही की बात कही है।
जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार एक तरफ शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखने के लिए नए नए कानून बनाकर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बढ़ावा दे रही है ताकि आने वाली पीढ़ी शिक्षित और जागरूक हो सके। लेकिन शिक्षा क्षेत्र हैदरगढ़ अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय कोलवा द्वितीय में शिक्षक सरकार की मंशा पर पानी फेरते नजर आ रहे। हर दिन लेट लतीफ आना और शिक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन ना करना उनकी आदतो में सुमार हो गया। बुधवार की सुबह स्थानीय जागरूक लोग विद्यालय पहुंचे तो देखा की प्राथमिक विद्यालय द्वितीय में दो शिक्षको की तैनाती है। लेकिन सुबह 10 बजे तक कोई भी शिक्षक विद्यालय नही पहुंचा। विद्यालय की रसोईया विद्यालय का ताला खोलकर साफ सफाई कर रही थी। बच्चे विद्यालय परिसर में बैठकर स्वंय पढ़ाई कर रहे थे। रसोइया चंद्रकला ने बताया कि शिक्षक अभी आते होगे आज शायद देर हो गई होगी। वही बच्चो ने बताया की अध्यपक कभी आते है तो कभी नही आते है। वही प्राथमिक विद्यालय बम्हरौली आइमा में भी कुछ यही हाल रहा यहां शिक्षा मित्र को लेकर तीन अध्यापकों की तैनाती है लेकिन मौके पर सभी शिक्षक नदारद रहे शिक्षामित्र रसूल अहमद बच्चों को पढ़ाते नजर आए। विद्यालय समय से लगभग एक घंटे के बाद इंचार्ज प्रधानाध्यापक शनिकुमार आए और आते ही बच्चों को पढ़ाना और फटकारना शुरू कर दिया। यही नही प्राथमिक विद्यालय पूरे अहिबरन में भी कुछ यही हाल देखने को मिला यहां भी शिक्षामित्र को लेकर तीन शिक्षकों की तैनाती है लेकिन मौके पर शिक्षामित्र राजकन ही बच्चो को पढ़ाते मिले। राजकरन ने बताया कि सहायक अध्यापक की ड्यूटी लगी हुई हैं। जबकि इंचार्ज प्रधानाध्यापक अभी आते होगे। वही सभी मामलो को लेकर खण्ड शिक्षाधिकारी से बात किया गया तो उनका कहना था कि उक्त सभी मामले को गंभीरता से लिया गया है जांच कर कार्यवाही की जाएगी।