जय कुमार वार्ष्णेय मोन्टू
इस्लामनगर : कस्बे के बेटे डॉक्टर स्वास्तिक जैन ने होनहार डाक्टर बनकर उत्तराखंड में कस्बे का मान बढ़ाते हुए नाम रोशन किया। जिला आयुर्वेदिक एवंं यूनानी अधिकारी तथा ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसी हरिद्वार के अधीक्षक पद ग्रहण किया। डॉक्टर स्वास्तिक के लिए काठमांडू नेपाल में अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में चिकित्सा सम्बन्धी उत्कृष्ठ कार्यो के लिए नेपाल के स्वास्थ्य तथा जनसंख्या राज्यमंत्री द्वारा सम्मानित भी किया गया था।
डॉक्टर स्वास्तिक जैन डॉ. स्वास्तिक जैन आयुर्वेद चिकित्सा तथा लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक जाना माना नाम होने के साथ-साथ बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। परिवार में पिता स्व0 डाक्टर सुरेश चन्द्र जैन, ताऊ डाक्टर स्व0 ज्ञान चन्द्र जैन के बाद मां डॉक्टर स्मृति सुरेश सहित तेरे भाई-भाभी, 2 भतीजे एमबीबीएस, भतीजी बीडीएस सहित 13 डाक्टर हैं। आयुर्वेद/पारंपरिक पद्धति से लोक कल्याण के लिए जनसुलभ चिकित्सा प्रदान करने के उद्देश्य से वर्तमान में परिवार की तीसरी पीढ़ी के आयुष चिकित्सक हैं। प्रतिष्ठित गुरुकुल कांगड़ी कॉलेज हरिद्वार से आयुर्वेद में डिग्री पूर्ण करने के बाद पतंजलि योगपीठ हरिद्वार में आयुष चिकित्सक के पद पर रहे। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की इच्छा के कारण आपने स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन में एमबीए किया। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने तथा उसके प्रबंधन के लिए आपने ग्रामीण विकास संस्थान – हिमालयन इंस्टिट्यूट जौलीग्रांट देहरादून में कार्यरत रहते हुए लोक स्वास्थ्य, स्वास्थ्य प्रबंधन, स्वास्थ्य संबंधी रिसर्च, प्रशिक्षण, टेलीमेडिसिन तथा विभिन्न पब्लिक हेल्थ की सेवाओं में वरिष्ठ समन्वयक (चिकित्सा) के रूप में योगदान दिया। वर्तमान में आप लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित होकर उत्तराखंड शासन में प्रभारी चिकित्सा- अधिकारी के रूप में आयुर्वेद विभाग में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। और अब जिला आयुर्वेदिक एवंं यूनानी अधिकारी तथा ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक फार्मेसी हरिद्वार के अधीक्षक पद पर कार्यरत हुए हैं। डाक्टर स्वास्तिक जैन ने बताया देश में आयुष स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उस जिम्मेदारी के लिए पालन करना मेरा कर्तव्य होगा।