जबलपुर के मदन महल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर आज एक बड़ी घटना होने से उस वक्त बच गई जब कोयले से लदी मालगाड़ी से अचानक चिंगारियां निकलने लगीं. इस अप्रत्याशित घटना ने रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया. रेलवे प्रबंधन ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए यात्रियों को प्लेटफॉर्म नंबर 2 से सुरक्षित रूप से अन्य प्लेटफॉर्म पर पहुंचाया किया.
घटना की जानकारी मिलते ही आरपीएफ और जीआरपी के जवानों के साथ स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को तत्काल बुलाया गया और समय रहते आग पर काबू पा लिया गया. इस त्वरित कार्रवाई ने बड़ी दुर्घटना को टाल दिया गया.
प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई गई है कि मालगाड़ी के डिब्बे ओवरलोड होने के कारण यह हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि मालगाड़ी में लदा कोयला ओवरहेड इलेक्ट्रिक (OHE) लाइन से टकरा गया था. इसी वजह से चिंगारियां निकलने लगीं. हालांकि, पुलिस और रेलवे प्रबंधन अभी इस घटना की विस्तृत जांच में जुटे हुए हैं.
समय रहते की कार्रवाई
आरपीएफ के थाना प्रभारी इकबाल मंसूरी ने बताया कि रेलवे की सभी सुरक्षा एजेंसियों ने समय रहते कार्रवाई की. उनकी सतर्कता और सूझ-बूझ की वजह से ही बड़ा हादसा होने से टल गया. उन्होंने यह भी कहा कि स्टेशन के अंदर और बाहर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
घटना के दौरान फायर ब्रिगेड ने सराहनीय भूमिका निभाई. आग पर काबू पाने के लिए कई प्रयास किए गए. आखिर में स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया. अगर समय रहते चिंगारियों को नहीं बुझाया जाता तो पूरी मालगाड़ी का कोयला आग पकड़ सकता था जिससे भीषण आग फैल सकती थी.
रेलवे प्रबंधन इस घटना के कारणों की जांच में लगा हुआ है. पुलिस का कहना है कि चिंगारियां OHE लाइन से टकराने के कारण निकलीं थीं या शॉर्ट सर्किट से, यह जांच के बाद ही सामने आएगा. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि घटना की आंतरिक जांच की जा रही है.
यात्रियों की सुरक्षा प्राथमिकता
घटना के दौरान रेलवे प्रबंधन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी और उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. इस सतर्कता ने बड़ी अनहोनी को टाल दिया. मालगाड़ी जबलपुर से इटारसी जा रही थी. घटना ने ओवरलोडिंग और रेलवे सुरक्षा के मानकों पर सवाल खड़े किए हैं. रेलवे प्रबंधन को उम्मीद है कि जांच से स्पष्ट होगा कि यह हादसा क्यों और कैसे हुआ.