सुबेहा पुलिस ने तीन अंतर्जनपदीय शातिर चोर किए गिरफ्तार

  • नवंबर और दिसंबर माह में मंदिर में हुई चोरी का हुआ खुलासा
  • 25 हजार 500 नगद सहित चांदी का मुकुट बरामद

बाराबंकी। थाना सुबेहा पुलिस ने पूर्व में हुई दो चोरी की घटनाओं का खुलासा करते हुए इनमें शामिल रहे तीन अंतर्जनपदीय शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। जिनके पास पुलिस ने 25 हजार 500 रुपये नगद व एक चांदी का मुकुट सहित चोरी की घटना में उपयोग आने वाले उपकरण बरामद किए है। जिसके संबंध में मंगलवार को शहर स्थित पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी डॉ अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने जनपद में हो रही चोरी की घटनाओं पर प्रभावी रोकथाम लगाने के लिए एक अभियान चला रखा है। जिसमें चोरों व लुटेरों सहित मादक तस्करों पर पुलिस की पैनी नजर है। जिसके क्रम में मंगलवार को थाना सुबेहा पुलिस टीम ने मैन्युअल इंटेलिजेंस के आधार पर चोरी की दो घटनाओं का सफल अनावरण कर उनमें शामिल रहे तीन आरोपी चोरों रामबरन गौतम उर्फ़ बन्ने पुत्र श्री राम गौतम, सोनेलाल उर्फ ननकू पुत्र धनीराम गौतम निवासी मोहम्मद माफी जवाहर नगर वार्ड सुबेहा और शिव प्रसाद पुत्र गया प्रसाद रावत निवासी रोहना मीरापुर को अपने थाना क्षेत्र के राजघाट पुल से गिरफ्तार किया है।

साथ ही पुलिस ने इन तीनों चोरों के पास मंदिर से चोरी किया गया 25 हजार 500 रुपये नगद व एक टूटा हुआ चांदी का मुकुट सहित चोरी की घटना में उपयोग आने वाले उपकरण जैसे लोहे की सरिया, प्लास, पेंचकस और हथोड़ा बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों में सबसे शातिर आरोपीय शिव प्रसाद रावत है। जिस पर थाना सुबेहा में चार आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह सभी नशा करने के आदी है। जिसके लिए वह पूर्व में रेकी कर मंदिरों को चिन्हित करते थे। फिर रात्रि के समय चिन्हित मंदिरों में चोरी की घटना को अंजाम दिया करते थे। मंदिर से चोरी किए गए सामान जैसे सोने चांदी के आभूषण, सिक्के, एमप्लीफायर मशीन, लाउडस्पीकर आदि को सुरक्षित स्थानों पर जमीन में गाड़ दिया करते थे। जिसके बाद प्रकरण के शांत होने पर समान निकालकर बेच देते थे। उन्होंने पुलिस को बताया कि बीती 2 नवंबर की रात्रि को थाना सुबेहा के जवाहर नगर कस्बा में मौजूद संकट मोचन श्री हनुमान मंदिर व मां राजेश्वरी दुर्गा माता मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम दिया था। फिर इसी तरह बीती 22 दिसंबर की रात्रि पुनः उपरोक्त दोनों मंदिरों में रखे सामान को चोरी कर लिया था।

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