हांगकांग। मध्य पूर्व में संकट को दूर करने के लिए राजनयिक प्रयास तेज होने के बावजूद सोमवार को तेल की कीमतें 91 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गईं। निवेशकों को चिंता है कि इजरायल-हमास युद्ध से इस क्षेत्र में व्यापक संघर्ष हो सकता है और वैश्विक आपूर्ति में और कमी आ सकती है।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा सोमवार को 91.2 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ गया, जो 13 अक्टूबर के 90.89 डॉलर से ऊपर है।
यह फिलहाल 90.99 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी बेंचमार्क वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट शुक्रवार के 87.68 डॉलर के भाव की तुलना में बढ़कर 87.98 डॉलर हो गया। इससे पहले पिछली बार यह 87.77 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
शुक्रवार को दोनों वायदा में उछाल आया, जब इजऱाइल की सेना ने 1 मिलियन से अधिक लोगों को उत्तरी गाजा छोडऩे की चेतावनी दी। इससे हमास के आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध में इजऱाइल के संभावित जमीनी हमले के बारे में चिंताएं पैदा हो गईं हैं।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि हालांकि ऐसी कोई नई खुफिया जानकारी नहीं है कि ईरान से खतरे का स्तर बदल गया है, लेकिन इस संघर्ष के बढऩे का खतरा है।
एएनजेड रिसर्च के विश्लेषकों को उम्मीद है कि बढ़ते जोखिम के कारण तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है।
उन्होंने एक नोट में लिखा, न तो इजऱाइल और न ही हमास एक महत्वपूर्ण तेल आपूर्तिकर्ता है, लेकिन अगर संघर्ष व्यापक होता है तो तेल बाजारों के लिए जोखिम बढ़ जाएगा।
अगर (ईरान) शामिल हो जाता है, तो प्रति दिन 20 मिलियन बैरल तक तेल सीधे तौर पर और बाधित होने का खतरा हो सकता है।
एसपीआई एसेट मैनेजमेंट के प्रबंध भागीदार स्टीफन इन्स ने कहा, मध्य पूर्व जोखिम वैश्विक संपत्ति की कीमतों के परिदृश्य पर हावी हो रहा है।