दिल्ली से देहरादून जाने वालों को जल्द ही गुड न्यूज मिलने वाली है सरकार की बहुप्रतीक्षित योजना दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे अगले साल यानी जनवरी 2025 से शुरू हो जाएगी यह देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे है जिसे वन्यजीवों के अनुकूल बनाया गया है इस एक्सप्रेस वे का फायदा ये होगा कि 6 घंटे के सफर को आप मात्र 2.5 घंटे में पूरा कर पाएंगे इसका मतलब जहां अभी आपको दिल्ली से देहरादून जाने में 6 घंटे लगते थे, वहां अब सिर्फ आप 2.5 घंटे में पहुंच जाएंगे इस रूट पर कुछ नामी शहर अब नहीं पड़ेंगे यानि मेरठ और मुजफ्फरनगर जाने का झंझट ही खत्म
दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होगा गाजियाबाद, बागपत, शामली, सहारनपुर और हरिद्वार से होते हुए अंतत: देहरादून में NH-72 से जुड़ेगा दून एक्सप्रेसवे में दिल्ली में 19 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड हिस्सा है जो अक्षरधाम से शुरू होकर इंस्टर्न पेरिफेरल्स एक्सप्रेसवे (EPE) में मिल जाता है. यूपी से यात्रा करने वालों के लिए मंडोला, विजय विहार और 5 पुश्ता रोड के पास प्रवेश बिंदू शामिल किए गए हैं
हाईवे के दूसरे चरण पर बागपत-सहारनपुर में फिलहाल काम चल रहा है इसकी खासियत ये है कि यदि आप दिल्ली की सीमा के अंदर ही एग्जिट भी हो जाते हैं तो आपको किसी तरह का कोई टोल नहीं देना होगा इस एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय राजमार्ग 709बी नाम दिया गया है एक्सप्रेसवे प्रमुख शहरी यातायात के व्यस्ततम स्थानों को बायपास करता है, जिससे एक सुगम और बिना किसी रुकावट के आपको यात्रा का आनंद मिलेगा
2021 में शुरू हुआ था काम
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे परियोजना की शुरुआत 2021 की में हुई थी यह कई चरणों में बनाया जा रहा है अब तक इस एक्सप्रेसवे का 90% निर्माण पूरा हो चुका है यानि सिर्फ 10 प्रतिशत काम शेष है यह परियोजना 2025 के मध्य तक अपनी समय सीमा को पूरा करने की राह पर है, जिसमें कई प्रमुख खंड पहले ही पूरा होने के करीब हैं
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के फायदे
एक्सप्रेसवे यात्रा समय को लगभग 60% कम कर देगा, जिससे यात्रियों और पर्यटकों के लिए यह एक वरदान साबित हो सकता है
बेहतर कनेक्टिविटी से उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और दोनों क्षेत्रों के उद्योगों के लिए लॉजिस्टिक्स में सुधार होगा
सुचारू यातायात प्रवाह सुनिश्चित करके, एक्सप्रेसवे ईंधन की खपत और वाहनों के उत्सर्जन को कम करेगा
नियंत्रित-पहुंच डिजाइन दुर्घटनाओं को कम करेगा, पारंपरिक राजमार्गों के लिए एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करेगा
यात्रियों की सुविधा के लिए फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन और पार्किंग सुविधाओं वाला नियोजित रेस्ट एरिया होगा
एक्सप्रेसवे के किनारे हरे-भरे क्षेत्र भी पर्यावरण संतुलन बने रहने में मदद करेंगे
वाहनों की आवाजाही की निगरानी और प्रबंधन के लिए स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से एक्सप्रेस वे लैस होगा