औधौगिक इकाइयों को जानें वाले मार्ग गड्ढों में हुए तब्दील
अमेठी। जिले में ‘गड्ढा मुक्त सड़क’ के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। वीआईपी जनपद अमेठी की सड़कें गड्ढा युक्त दिखाई दे रही हैं। जबकि प्रदेश की सत्ता में काबिज होने के बाद योगी सरकार ने सड़कों की मरम्मत पर जोर देते हुए सभी सड़कों को गड्डा मुक्त करने का दावा किया तो वही अफरशाही ने फाइलों में सभी सड़कों को गड्डा मुक्त कर दिया, लेकिन इन चार वर्षों में धरातल पर सड़कों की क्या वास्तविकता है, जब सभी सड़कों के हालात देखे गये तो जो तस्वीर सामने आई, उससे सरकारी दावों की पोल खुल गई। गड्ढे में तब्दील सड़कें शासन के दावों को आईना दिखा रहीं हैं। पूर्वांचल का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र कहा जाने वाला जगदीशपुर उपेक्षा का शिकार हो गया है। औद्योगिक क्षेत्र में सड़कों की हालत बेहद दयनीय है।
जगदीशपुर औद्योगिक क्षेत्र के उतेलवा सेक्टर मे दर्जनों औद्योगिक इकाईयां स्थापित हैं। पिछले पांच वर्षों से लेकर वर्तमान तक इन सड़कों की स्थिति में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है।
गर्मी में तो वाहनों का आवागमन किसी तरह हो जाता है लेकिन समय में बारिश का मौसम होने के नाते दिक्कतें बढ़ी हुई हैं। हालात यह हैं कि हल्की बारिश होने से भी सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
पानी निकासी की भी समुचित व्यवस्था नहीं होने से हफ्तों तक जलभराव की स्थिति बनी रहती है। इससे व्यावसायिक गतिविधियों की प्रगति पर सीधे असर पड़ रहा है।
उद्यमियों के अनुसार हर बार यूपीएसआईडीए के अधिकारियों की मौजूदगी में जिला प्रशासन के साथ बैठक में खराब सड़कों का मुद्दा उठाया जाता है, लेकिन सड़क मरम्मत का कार्य फाइलों तक सिमट कर रह जाता है। क्षेत्र के दर्जनों उद्यमियों ने डीएम राकेश कुमार मिश्रा से व्यक्तिगत रुचि लेकर इस समस्या का समाधान कराने की मांग की है।