नई दिल्ली। दिल्ली को पीछे करते हुए बेंगलुरु सबसे अधिक प्राइवेट कारों वाला शहर बन गया है। दिल्ली स्टैटिस्टिक हैंडबुक 2023 के अनुसार, 31 मार्च, 2023 तक, बेंगलुरु में कुल 23.1 लाख प्राइवेट कार थी। ये संख्या दिल्ली के मुकाबले सबसे अधिक है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में कुल कारों की संख्या 79.5 लाख है, जिसमें से प्राइवेट कार की संख्या महज 20.7 लाख है।
बेंगलुरु के मुकाबले दिल्ली में कितनी कारें?
हाल के वर्षों में, दिल्ली परिवहन विभाग ने पुराने और खराब हो चुके वाहनों का पंजीकरण रद्द करने और उन्हें स्क्रैप करने के उपाय किए हैं। दिल्ली स्टैटिस्टिक हैंडबुक 2023 के अनुसार, दिल्ली में कुल रजिस्टर वाहनों की संख्या 1.2 करोड़ थी, जिनमें से 33.8 लाख प्राइवेट कारें थी।
बात करें 2021-22 और 2022-23 वर्ष की तो लगभग 55 लाख कारों का रजिस्ट्रेशन रद्द किया गया और 1.4 लाख कारों को नष्ट कर दिया गया। वहीं, 6.2 लाख से अधिक ने अन्य राज्यों में फिर से रजिस्ट्रेशन करने के लिए नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट प्राप्त किए है। परिवहन विभाग ने 10 और 15 साल से अधिक पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों पर सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध के अनुपालन में यह एक्शन लिया।
सिलिकॉन वैली बना दुनिया का दूसरा सबसे भीड़भाड़ वाला शहर
भारत की सिलिकॉन वैली नाम से मशहूर बेंगलुरु इस समय खराब बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक परिवहन की लगातार समस्या से जूझ रहा है। बारिश और फेस्टिवल के दौरान बेंगलुरु की सड़कें खचाखच वाहनों से भरी रहती है और लोगों को भारी ट्रैफिक का भी सामना करना पड़ता है।
बता दें कि 2022 के दौरान वैश्विक यातायात भीड़ रैंकिंग में बेंगलुरु ने दूसरा स्थान हासिल किया था जो मुद्दे की गंभीरता को उजागर करता है। पिछले साल बेंगलुरु,लंदन को पीछे छोड़ते हुए 2022 में वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे भीड़भाड़ वाला शहर बना था।