नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। मगरधा रोड किनारे बनी पटाखा फैक्ट्री मंगलवार सुबह भीषण आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि इसने फैक्ट्री के आसपास कई घरों को भी अपने चपेट में ले लिया है। आग में झुलसने के कारण अभी तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं।
पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह कर करीब 11:30 बजे तेज विस्फोट हो गया। धमाके के बाद फैक्ट्री नष्ट हो गई। आसपास के घरों में आग के कारण तेज तपन महसूस की गई। कई घर इसकी जद में भी आ गए।
करीब एक घंटे तक फैक्ट्री से धमाकों की आवाज आती रही। इस घटना के वक्त फैक्ट्री में करीब 500 लोग काम कर रहे थे। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक, घटना से लोग दहशत में आ गए और बड़ा बाजार से लेकर नारायण टाकीज चौराहा तक का पूरा बाजार बंद हो गया। कई घरों को खाली कराया गया है।
बचाव अभियान के लिए सेना की मदद ली जा रही है। न्यायालय में सुनवाई कर रहे मजिस्ट्रेट भी कोर्ट छोड़ बाहर निकाल गए थे।
पहले लोगों ने सोचा कि गैस सिलेंडर के गोदाम में आग लग गई, लेकिन जब ताबड़तोड़ धमाके सुनाई दिए तो खौफ मच गया। एक चश्मदीद के मुताबिक, धमाकों की आवाज इतनी तेज थी कि कान के पर्दे फटने का डर लगने लगा था।
घायलों की मदद के लिए कई लोग खुद ही रक्तदान करने जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। धमाकों की आवाज करीब 40 किमी तक सुनाई दे रही थी।
फैक्ट्री मालिक राजू अग्रवाल की जिस फैक्ट्री में ये भीषण धमका हुआ है, ये उसकी मुख्य फैक्ट्री थी। इसके अलावा तीन से चार अन्य स्थानों पर पटाखे का निर्माण किया जाता है। यहां कई बार प्रशासन की टीम ने जांच की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं को गई।
हादसे के बाद राज्य सरकार ने मुआवजे का एलान किया है। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। हरदा की घटना पर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है। पीएम ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये, जबकि घायलों को 50 हजार देने का एलान किया है।