- महिला आचार्य गरीब बच्चों के बीच जाकर चलाएंगी संस्कारशाला
- विश्व हिंदू परिषद ने धर्म ग्रंथों की जानकारी देने का उठाया बीड़ा
मीरजापुर। विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग ने पिछड़े एवं वंचित समाज के बच्चों को शिक्षित व धर्म ग्रंथों की जानकारी देने का बीड़ा उठाया है। बच्चों को संस्कारित किए जाने के लिए संस्कारशाला की शुरुआत की गई है। इसके लिए प्रशिक्षित महिला आचार्यों की टोली तैयार की गई है।
विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग के केंद्रीय प्रशिक्षण टोली की सदस्य सीमा सिंह ने बताया कि गांव-गांव में मिशनरियों एवं अन्य विपरीत विचारधाराओं का मायाजाल फैलता ही जा रहा है, इसलिए विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग ने संस्कारशाला प्रारंभ की है। संस्कारशाला में बच्चे नैतिक शिक्षा संस्कार इत्यादि सीखेंगे। बच्चे कच्ची मिट्टी के जैसे होते हैं, जैसे चाहो वैसे आकृति दे दो। धर्म ग्रंथों में वर्णित आदर्श कथाएं सुनकर उनमें सुंदर संस्कार आएंगे।
विश्व हिंदू परिषद सेवा विभाग की ओर से तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन इमलहा नाथ महादेव मंदिर दक्षिण फाटक पर किया गया। कार्यशाला में 22 महिला आचार्यों को प्रशिक्षित किया गया। केंद्रीय प्रशिक्षण टोली की सदस्य सीमा सिंह ने तीन दिन तक प्रशिक्षण दिया। इसमें इन्होंने गायत्री मंत्र, भारत माता की आरती, गीत, भजन हनुमान चालीसा के साथ कई मंत्रों को कंठस्थ कराया। संस्कार के बार में बताते हुए कहा कि संस्कारशाला गरीब बच्चों के बीच जाकर चलाना है। जो बच्चे पढ़ नहीं पा रहे हैं, उनको ये महिला आचार्य गांव में जाकर प्रशिक्षित करेंगी।
विभाग संगठन मंत्री अमित पाठक ने कहा कि प्रशिक्षित महिला आचार्य अपने गांव के अगल-बगल के बच्चों को प्रशिक्षित करेंगी। घर में एक साथ मिलकर भोजन करना चाहिए, एक साथ मिलकर रहना चाहिए, घर के बच्चों के अंदर संस्कार कैसे आए आदि प्रमुख बातें बताई। कार्यशाला का संचालन विभाग संयोजक प्रवीण कुमार ने किया।
इस दौरान क्षेत्र सेवा प्रमुख राकेश श्रीवास्तव, प्रांत सेवा प्रमुख अनिल, प्रांत सह सेवा प्रमुख विजय कृष्ण सिंह, विभाग मंत्री रामचंद्र शुक्ल, जिलाध्यक्ष माता सहाय, जिला मंत्री श्रीकृष्ण सिंह, जिला सह मंत्री अभय शंकर, जिला सेवा प्रमुख डा. पुष्पेंद्र सिंह, जिला सेवा विभाग सदस्य पुनम केशरी आदि उपस्थित थे।