संसद भवन की सुरक्षा में बुधवार को बड़ी चूक हुई। यहां दो युवक लोकसभा के अंदर सांसदों के बीच में दर्शक दीर्घा से उस वक्त कूद गए जब सदन की कार्यवाही जारी थी। इनमें से एक युवक पीछे से कूदते-फांदते हुए सांसदों के बीच जा पहुंचा और जूते से स्प्रे निकालकर पूरे सदन को धुआं-धुआं कर दिया।
संसद में प्रवेश करने वाले चारों आरोपियों की जानकारी-
सागर शर्मा- लखनऊ के आलम बाग (उत्तर प्रदेश) का रहना वाला है। वह बैटरी रिक्शा चलाता था। उसके पिता कारपेंटर हैं। उसकी मां ने दावा किया कि दिल्ली में धरना प्रदर्शन में भाग लेने के बहाने वह घर से दिल्ली के लिए निकला था। तीन दिन पहले वह दिल्ली आया था।
नीलम- हरियाणा के जींद जिले की रहने वाली है। नीलम भी बेरोजगार है। वह धरना प्रदर्शन में भाग लेती रहती है। संसद के बाहर से पकड़ी गई नीलम के छोटे भाई ने कहा, ‘… हमें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि वह दिल्ली गई है हमें जानकारी थी कि वह अपनी पढ़ाई के लिए हिसार में है… वह सोमवार हमसे मिलने आई थी और कल लौटी है। वह BA, MA, B.Ed, M.Ed, CTET, M.Phil और NET उत्तीर्ण किया है। उन्होंने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया था और किसानों के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था…।’
मनोरंजन- मैसूर के कर्नाटक का रहने वाला है। वह बीटेक कर रहा है।
अमोल शिंदे- लातूर जिले (महाराष्ट्र) का रहने वाला है। अमोल दौड़ लगाता था और भारतीय सेना में भर्ती होने की कोशिश कर रहा था।
पांचवां आरोपी- ललित झा
22 साल पहले हुई घटना से हमने क्या सीखा: प्रियंका चतुर्वेदी
संसद की सुरक्षा पर उल्लंघन को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी कहती हैं, “…यह एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन है और देश के लिए शर्मनाक है…गृह मंत्री अमित शाह को स्पष्टीकरण देना चाहिए… 22 साल पहले हुई घटना से हमने क्या सीखा?…”