बहराइच। रू. 50 लाख से अधिक लागत की निर्माणाधीन भवन परियोजनाओं की समीक्षा के लिए बुधवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में परियोजना प्रबन्धक, सी.एंड.डी.एस. गोण्डा, अधि.अभि. उ.प्र. आवास विकास परिषद, परियोजना प्रबन्धक यू.पी.पी.सी.एल. एवं जिले के नगरीय पेयजल परियोजनाओं हेतु नामित अधि.अभि. जल निगम बलरामपुर द्वारा समीक्षा बैठक में स्वयं प्रतिभाग न करने पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कड़ी अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए सम्बन्धित से स्पष्टीकरण प्राप्त करने का निर्देश दिया।
बैठक का संचालन करती हुई जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ. अर्चना सिंह ने बताया कि जनपद में कुल रू. 683.14 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत रू. 50 लाख से अधिक लागत के निर्माणाधीन कुल 82 परियोजनाओं अन्तर्गत रू. 400.82 करोड़ की धनराशि व्यय कर 89 प्रतिशत वित्तीय एवं 62 प्रतिशत भौतिक प्रगति प्राप्त की गयी हैं। डीएम ने प्रशासकीय विभागों को निर्देश दिया कि विभागीय निर्माण परियोजनाओं की गुणवत्ता का समय-समय पर स्वयं निरीक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति का नियमित रूप से अनुश्रवण कर यह सुनिश्चित करें कि हो रहे निर्माण कार्य शासन द्वारा निर्धारित मानकों पर खरे उतरें। सम्बन्धित अधिकारियों से कहा गया कि प्रत्येक माह किये गये निरीक्षण की आख्या डीएम को उपलब्ध कराई जाए। माध्यमिक शिक्षा से सम्बन्धित निर्माण कार्य प्रोजेक्ट अलंकार, मल्टीपर्पज हॉल, कम्प्यूटर लैब आदि कार्यों में जिला विद्यालय निरीक्षक के शिथिल पर्यवेक्षण पर डीएम ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रभावी पर्यवेक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति में अपेक्षित सुधार लाएं। समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया गया कि सीएमआईएस पोर्टल पर निर्माण कार्यों की फीडिंग अनिवार्य रूप से अद्यतन रखना सुनिश्चित करें एवं निर्माण कार्यों का नियमित निरीक्षण भी करते रहें।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार पाण्डेय, मुख्य विकित्साधिकारी डॉ. राजेश कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर राजीव कुमार सिसोदिया, मुख्य अग्निशमन अधिकारी गोंड विशाल रामानुज, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्तराम तिवारी, अधि.अभि. जल निगम कमला शंकर सहित अन्य प्रशासकीय विभाग के जिलास्तरीय अधिकारी तथा कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।