मुंबई टेस्ट में रोहित शर्मा की कप्तानी पर लगे ‘दाग पर दाग’, न्यूजीलैंड ने रिकॉर्ड बुक को हिलाया

नई दिल्ली। न्यूजीलैंड ने मु्ंबई में वो कर दिखाया जो कोई भी टीम अभी तक भारत में नहीं कर पाई थी। भारत साल 1932 से टेस्ट क्रिकेट खेल रहा है और अभी तक उसे अपने घर में तीन या इससे ज्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप नहीं झेलना पड़ा था।

टॉम लैथम की कप्तानी वाली टीम ने ये काम कर दिखाया। न्यूजीलैंड ने मुंबई टेस्ट मैच 25 रनों से जीत 3-0 से सीरीज अपने नाम की।

भारत को इस मैच को जीतने के लिए 147 रनों की जरूरत थी। उसके पास लगभग तीन दिन का समय बचा था। लेकिन टीम इंडिया मैच के तीसरे दिन रविवार को दूसरे सेशन में 121 रनों पर ढेर हो गई। इस हार के साथ ही भारत के दामन में कई दाग लगे तो न्यूजीलैंड ने इतिहास रचते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।

मुंबई टेस्ट मैच में बने रिकॉर्ड्स

ये पहली बार है जब भारत को तीन या इससे ज्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज में अपने घर में क्लीन स्वीप होना पड़ा है। वहीं 2000 के बाद ये पहली बार जब भारत को अपने घर में किसी टीम ने क्लीन स्वीप किया है। साल 2000 में साउथ अफ्रीका ने भारत को दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से हराया था। इसके अलावा ये तीसरा मौका है जब भारत को उसके घर में किसी टीम ने क्लीन स्वीप किया है। सबसे पहले इंग्लैंड ने साल 1980 में भारत को टेस्ट सीरीज में 1-0 से हराया था।
1983 के बाद पहली बार भारत को अपने घर में लगातार तीन टेस्ट मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। 1958 से 1980 तक भारत पांच बार लगातार तीन टेस्ट अपने घर में हारा था।
न्यूजीलैंड की टीम पहली बार किसी सीरीज में लगातार तीन टेस्ट मैच जीती है।
भारत अपने घर में पहली बार 200 या उससे कम का टारगेट चेज करने में फेल रहा है। इससे पहले टीम इंडिया के सामने 31 बार 200 या उससे कम का टारेगट आया था जो उसने हासिल कर लिया था।
ये टेस्ट में टीम इंडिया द्वारा हासिल न किया जा सका दूसरा सबसे कम टारगेट था। भारत 1997 में ब्रिजटाउन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 120 रन नहीं बना सकी थी जो उसके द्वारा हासिल नहीं किया जा सका सबसे कम टारगेट है।
न्यूजीलैंड द्वारा बचाया गया ये दूसरा सबसे कम टारगेट है। इससे पहले न्यूजीलैंड ने अपने घर में 1978 में वेलिंग्टन में खेले गए टेस्ट मैच में 137 का स्कोर भी बचाया था।
ये भारत की साल 2024 में अपने घर में चौथी टेस्ट हार है। ये भारत की एक कैलेंडर ईयर में घर में सबसे ज्यादा टेस्ट हार हैं। साल 1969 में भी भारत को चार हार का सामना करना पड़ा था।
रोहित शर्मा की बतौर कप्तान घर में ये पांचवीं हार है। वह इसी के साथ घर में सबसे ज्यादा मैच हारने वाले भारतीय कप्तानों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं। नंबर-1 पर मंसूर अली खान पटौदी हैं।
एजाज पटेल ने वानखेड़े में खेले गए दो टेस्ट मैचों में कुल 25 विकेट अपने नाम किए हैं। इस मैदान पर ये भारत के खिलाफ किसी भी गेंदबाज द्वारा लिए गए सबसे ज्यादा विकेट हैं। उनके बाद इयान बॉथम का नंबर है जिन्होंने वानखेड़े में भारत के खिलाफ टेस्ट में 22 विकेट लिए हैं।

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