बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की राजनीति गरमा गई है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव लगातार सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. शनिवार को तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार अब सामान्य रूप से काम नहीं कर पा रहे हैं. उनके मुट्ठी भर करीबी सहयोगियों ने उन्हें बंधन बना लिया है.
उन्होंने कहा कि कुछ रिटायर्ड अधिकारी और जनता से कट चुके उनके करीबी नेता अब फैसले ले रहे हैं और राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है.
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि अब वो अपने होश में नहीं हैं. वे वास्तव में बिहार को चलाने में असमर्थ हैं.
नीतीश खुद नहीं ले रहे हैं अपने फैसले
विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने दावा किया कि राज्य की सीएम अब अपने आप फैसले खुद नहीं ले पा रहे हैं. उन्हें अपनी पार्टी के चार नेताओं ने बंधक बनाकर रखा है. इनमें से दो नेता दिल्ली में रहते हैं, जबकि बाकी नेता बिहार में रहते हैं. ये वे नेता हैं, जो जनता से पूरी तरह से कट चुके हैं.
तेजस्वी यादव ने इसके उदाहरण के रूप में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के पत्र का दिया. अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार को पत्र देकर अपील की थी कि वह भाजपा को समर्थन देने के मुद्दे पर पुनविर्चार करें.
राज्य में सरकार नाम की कोई चीज नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि पत्र जदयू के नेता नीतीश कुमार को लिखा गया था, लेकिन इसका जवाब संजय झा की ओर से दिया गया. उन्होंने सवाल किया कि संजय झा कौन हैं? जो नीतीश कुमार को लिखे पत्र का जवाब दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार में अब सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है. केवल मुख्यमंत्री के चेहरे का इस्तेमाल हो रहा है. राज्य के चार अलोकप्रिय जनता से कटे नेता और रिटायर्ड भ्रष्ट अधिकारी सरकार का संचालन कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अब कोई भी निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव जिलों का दौरा कर रहे हैं और नीतीश कुमार और बीजेपी पर जमकर हमला बोल रहे हैं.