अन्र्तराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर जनपद न्यायाधीश, सतेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

हाथरस। अन्र्तराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर आज दिनाँक 05.06.2024 (बुद्धवार) को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वावधान में माननीय जनपद न्यायाधीश, महोदय हाथरस की अध्यक्षता में जनपद न्यायालय हाथरस में अन्र्तराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित कर माननीय जनपद न्यायाधीश श्री सतेन्द्र कुमार जी द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इसी क्रम में जनपद में कार्यरत न्यायिक अधिकारीगण में अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत, श्री शंकरलाल, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, श्री रविन्द्र कुमार, विशेष न्यायाधीश, एस.सी.एस.टी., श्री रामप्रताप सिंह, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-2, श्री त्रिलोक पाल सिंह, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-3, श्री हर्ष अग्रवाल, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-5, श्री विजय कुमार, अपर जनपद न्यायाधीश/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-1, श्रीमती माधवी सिंह, अपर जनपद न्यायाधीश/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-2, श्री महेन्द्र कुमार रावत, अपर जनपद न्यायाधीश, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री प्रशान्त कुमार व मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट, श्री जयहिन्द नाथ सिंह, सिविल जज(व.प्र.) श्री मुन्नालाल, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री दीपक नाथ सरस्वती, सिविल जज(व.प्र.),एफ.टी.सी., सुश्री अनु चैधरी, सिविल जज(क.प्र.) सुश्री श्रुति त्रिपाठी, न्यायिक मजिस्ट्रेट, सुश्री पूनम कुमारी चैहान, सिविल जज(क0प्र0),एफ.टी.सी. कोर्ट संख्या-2, श्रीमती दीपा सैनी, सिविल जज(क0प्र0)/एफ0टी0सी0 कोर्ट संख्या-1, शिवजी यादव, द्वारा वृक्षारोपण किया गया।

वृक्षारोपण के समय माननीय जनपद न्यायाधीश द्वारा सभी उपस्थित जन को जानकारी देते हुए बताया कि आज सारा विश्व विकारों से जूझ रहा है। हम दूसरों के कार्य को देखते है अपनी जिम्मेदारियों को नही देखते है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण कई प्रकार का होता है, जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण उन्होंने कहा कि यदि हम 1945 की बात करें तो नाका साकी में आज भी बच्चे बीमारियों से ग्रसित है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे उद्योगों का विकास हुआ है वैसे-वैसे वहाॅ प्रदूषण बढ़ा है। पर्यावरण संतुलन पर माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा भी कड़े निर्देश जारी किये जा चुके है। उन्होंने कहा कि हम सभी को प्रतिज्ञा लेनी होगी कि हम पौलीथिन का इस्तेमाल नहीं करेंगे, हम अपने को स्वयं जाग्रत करेगें तभी हमारा देश प्रदूषण मुक्त होगा। कानून आपकी मद्द करता है यदि आप सही हो। सभी को कम से कम एक-एक वृक्ष लगाना चाहिए। हमको अपनी सोच बदलनी होगी। उन्होंने कहा कि जैसे हमारी सोच होगी वातावरण वैसा ही होगा यदि हमारी सोच नैगेटिव हो तो परिणाम भी नकारात्मक होगें यदि हमारी सोच पाॅजीटिव है तो उसके परिणाम भी सकारात्मक होगें।

इसके अतिरिक्त जनपद न्यायाधीश, श्री सतेन्द्र कुमार द्वारा हर घर सकोरा, चिड़ियों का बसेरा कार्यक्रम के तहत समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण को सकोरा वितरित कर उनको घर की छत एवं छायादार स्थान पर सकोरों को रख कर पशु-पक्षियों के लिए पानी रखने हेतु कहा गया।
इस अवसर पर जनपद न्यायालय के समस्त कर्मचारीगण, वन विभाग के क्षेत्रीय वनाधिकारी, अमित मोहन गौड़, वन दरोगा, भवन भूषण शर्मा, अली हसन, आशीष कुमार व मंजू सिंह एवं वन रक्षक, अंकिता तिवारी मौजूद रहे।

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