रावण वध के बाद जलाया गया रावण पुतला,राम की हुई जय जयकार

बड्डूपुर (बाराबंकी) विकास खंड निंदूरा अंतर्गत ग्राम ताला में 28वीं बार दशहरा मेला मनाया गया।
ग्राम ताला में मां दुर्गा मंदिर पर आयोजित होने वाले विशाल दशहरा मेला,रामलीला एवं रावण दहन शनिवार को विजयादशमी बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया ,मेला आयोजक मुकेश सिंह ने बताया कि सन 1996 से हमारे यहां दशहरा मेला का शुभारम्भ हुआ था तब से लगातार दशहरा मेला मनाया जा रहा है उस समय मेला कि समिति बनी थी उसमें अधिक लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था और आज भी गांव के सहयोग से दशहरा आयोजन होता है इसमें सारे वाद विवाद भेदभाव मिटाकर एकजुटता व भाईचारा का परिचय दिया जाता है।

गांव के युवा बच्चों ने रामलीला पाठ प्रारंभ किया जो अब तक गांव के ही बच्चों द्वारा सुंदर रामलीला मंचन किया जाता है रामलीला की सुरुआत पंचवटी से प्रारंभ होकर खर दूषण वध,मारिच वध,सीता हरण,राम हनुमत मिलन, बालि सुग्रीव मल्य युद्ध, सुग्रीव राज्यविषेक,लंका दहन ,अक्षय कुमार मेघनाथ वध,कुंभकरण वध और अंतिम चरण मे राम रावण युद्ध के बाद रावण वध हो जाता है।कुर्सी थाना प्रभारी गजेंद्र प्रताप सिंह ने मेला का फीता काटकर शुभारंभ किया, समापन के बाद थाना प्रभारी के द्वारा सभी कलाकारों को पुरस्कार वितरण किया गया। साथ में चौकी उमरा इंचार्ज सुरेश गुप्ता मौजूद रहे। मेला में आए समस्त दुकानदारों को मेला कमेटी की तरफ से भोजन पानी एवं लाइट की व्यवस्था निशुल्क उपलब्ध कराई गई। एकदिवसीय इस मेले में रामलीला कलाकारों को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ रहती है हर साल यह मेला शरदीय नवरात्रि के विजयी दशमी को मनाया जाता है।

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