दिवाली से एक दिन पहले ही बन रहा है। पुष्य नक्षत्र हिंदू शास्त्र में बेहद शुभ माना जाता है, जब विवाह छोड़कर कोई भी अन्य शुभ कार्य किए जाते है। इस बार पुष्य नक्षत्र पर दुर्लभ संयोग भी बन रहा है, जो बेहद शुभ होने वाला है। पुष्य नक्षत्र के दौरान शुभ काम करने के लिए पंचांग देखने की आवश्यकता नहीं होती है।
इस बार रवि पुष्य के साथ ही अष्ट महायोग बन रहा है, जो बेहद दुर्लभ है। इस योग की खासियत है कि बीते 400 वर्षों में ये योग नहीं बना है। पुष्य नक्षत्र को बेदह ही शुभ और उत्तम फल देने वाला माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक ये श्रेष्ठ और नक्षत्रों का राजा होता है। इस बार ये नक्षत्र चार और पांच नवंबर को होगा। दिवाली से पहले यह दुर्लभ संयोग 400 के बाद बन रहा है। दिवाली से पहले शुभकामना की शुरुआत के लिए यह दिन बेहद खास माना जाता है। पुष्य नक्षत्र की शुरुआत चार नवंबर की सुबह आठ बजे से हो गई है जो कि रविवार सुबह 10 बजे तक जारी रहेगा।इस दौरान किए गए काम बेहद लाभदायक, स्थाई और फलदायी रहेंगे। इस दौरान अगर जातक रियल एस्टेट में निवेश, नए कामों की शुरुआत, वाहन, जूलरी, कपड़े और अन्य चीजों की खरीदारी करें तो उसका लाभ होगा। इस खास योग के दौरान घरेलू उपयोग या ऑफिस में इस्तेमाल होने वाली चीजों की खरीददारी करना भी शुभ होगा।पुष्य नक्षत्र में खरीददारी के साथ ही दीवाली की खरीददारी भी शुरू कर दी जाती है। इस दौरान नए कार्यों की शुरुआत, भूमि, भवन, वाहन, सोने-चांदी के आभूषण की खरीददारी करना बेहद उत्तम माना गया है। ऐसा करना बेहद शुभ फल देता है। इस दौरान जो भी सामान खरीदा जाता है उससे स्थायी समृद्धि आती है। इस दौरान धार्मिक पुस्तकें, सोने,चांदी, तांबे, स्फटिक आदि से निर्मित मूर्तियां, यंत्र, सिक्के खरीदना भी शुभ होता है।इस वर्ष 15 नवंबर तक तिथि, वार और नक्षत्रों से मिलकर रवि पुष्य के साथ अष्ट महायोग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इस संयोग की खासियत है कि ऐसा योग बीते 400 वर्षों के दौरान नहीं बना है। इस दौरान सर्वार्थसिद्धि, राजयोग, त्रिपुष्कर, अमृतसिद्धि और रवियोग भी बनेंगे। इन सभी योगों में काम करने से जातकों के जीवन में सुख-समृद्धि का विस्तार होगा। इस शुभ योग में जो काम किए जाएंगे वो घर में खुशियों का रास्ता खोलेंगे।इस दौरान न करें ये कामपुष्य नक्षत्र के दौरान वैसे तो खरीददारी करना शुभ माना गया है। मगर इस दौरान धारदार वस्तु की खरीददारी नहीं करनी चाहिए। माना जाता है कि इस काम में पुरानी वस्तु की खरीद भी नहीं होनी चाहिए। इस शुभ संयोग के दौरान काले कपड़े भी नहीं पहनने चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। चमड़े की वस्तु की खरीददारी करने से भी बचना चाहिए।