अयोध्या मंदिर उद्घाटन के ‘मुहूर्त’ पर सवाल उठा रहे लोगों पर रामदेव का जवाब

 नई दिल्ली। आज यानी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। कहीं इसकी धूम देखने को मिल रही है तो कहीं लोग राम मंदिर उद्घाटन के समय (मुहूर्त) पर सवाल उठा रहे है। इसी पर अब योग गुरु रामदेव ने रविवार को लोगों से आग्रह किया है कि वे ऐसा कह कर भगवान राम के नाम पर लोगों को न डराएं कि ‘मुहूर्त पवित्र नहीं है।’

बाबा रामदेव ने कहा, ‘भगवान राम के नाम पर लोगों को मत डराओ कि मुहूर्त पवित्र नहीं है। जहां भगवान राम हैं, वहां पवित्रता है। भगवान राम तंबू से मंदिर आ रहे हैं और ‘गर्भगृह’ का निर्माण पूरा हो गया है।’उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ राम मंदिर का निर्माण नहीं है। यह ‘राम राज्य’ की ओर देश की प्रगति है। हमने 15 अगस्त 1947 को राजनीतिक स्वतंत्रता प्राप्त की। अब, सांस्कृतिक, धार्मिक और आध्यात्मिक स्वतंत्रता भी होगी।’

राम राज्य का शंखनाद है राम मंदिर

पतंजलि योगपीठ के संस्थापक रामदेव ने कई धार्मिक नेताओं के साथ एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘राम मंदिर ही राम राज्य का शंखनाद है। यह सनातन धर्म का एक बड़ा उत्सव है। यह (प्राण प्रतिष्ठा समारोह) सदियों पुराने इंतजार के अंत का प्रतीक है।’ उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के साथ देशवासियों को संकल्प लेना चाहिए कि वे इस देश को आर्थिक और शैक्षणिक गुलामी से मुक्त कराने का प्रयास करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 11 दिन का विशेष अनुष्ठान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के अवसर पर अनुष्ठान करेंगे। इस आयोजन से पहले, प्रधानमंत्री 11 दिवसीय विशेष अनुष्ठान से गुजर रहे हैं, जो 12 जनवरी को शुरू हुआ था। सूत्रों ने कहा, अनुष्ठान के हिस्से के रूप में, प्रधानमंत् मोदी फर्श पर सो रहे हैं और केवल नारियल पानी का आहार ले रहे हैं।

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