राजनाथ ने रक्षा और शाह ने गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाला

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद ने रविवार को शपथ ली। अगले ही दिन सभी को मंत्रालय आवंटित कर दिए गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार के कैबिनेट और राज्यमंत्रियों ने आज मंगलवार ( 11 जून) से कार्यभार संभालना शुरू कर दिया है।

इस कड़ी में केंद्रीय मंत्रियों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यभार संभाल लिया। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालने से पहले दिल्ली के राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के साथ साथ सहयोगी राज्यमंत्री संजय सेठ ने भी कार्यभार संभाल लिया। रेल मंत्री का कार्यभार संभालने के लिए अश्विनी वैष्णव रेल मंत्रालय पहुंचे।

केंद्रीय मंत्रियों में विदेश मंत्री एस जयशंकर, उर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर, रसायन व उर्वरक मंत्री जेपी नड्डा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी, मत्स्य, पशुपालन एवं डेरी मंत्री ललन सिंह, संसदीय मामलों के मंत्री किरण रिजिजु, संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ललन सिंह, कपड़ा मंत्री गिरीराज सिंह, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव और सूचना और प्रसारण मंत्री के रूप में अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद जोशी ने उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री का पदभार कार्यभार संभाल लिया।

राज्य मंत्रियों में कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह, संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रतापराव गणपतराव जाधव, महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, पर्यटन मंत्री सुरेश गोपी, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री जयंत चौधरी, कपड़ा मंत्रालय में राज्य राज्यमंत्री के रूप में पबित्रा मार्गेरिटा ने कार्यभार संभाला । पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने मंत्रालय का कार्यभार संभालने से पहले अपने निवास पर पौधे लगाए।

विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद एस जयशंकर ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में मोदी 3.0 की विदेश नीति बहुत सफल होगी। हमारे लिए भारत का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। न केवल हमारी अपनी धारणा के संदर्भ में बल्कि दूसरे देशों की सोच के संदर्भ में भी।

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